इस पेशे में दांतों के डॉक्टर भी….
त्वचा विशेषज्ञों के अनुसार भोपाल में भी कई झोला छाप डॉक्टरों के अलावा कुछ गैर पेशेवर हेयर ट्रांसप्लांट और पीआरपी जैसे संवेदनशील इलाज कर रहे हैं। जूनियर डॉक्टर एसोशिएशन के अध्यक्ष डॉ. कुलदीप गुप्ता ने बताया कि
भोपाल में कई दांतों के डॉक्टर स्वयं को स्किन विशेषज्ञ बताकर हेयर ट्रांसप्लांट कर रहे हैं।
यह जांचना जरूरी
विशेषज्ञ हेयर ट्रांसप्लांट की डिग्री, पंजीकरण संख्या, क्लीनिक का लाइसेंस और फिजिकल व ऑनलाइन प्रोफाइल के बारे में जानकारी लेने के बाद ही ट्रांसप्लांट करवाने की सलाह चिकित्सकों ने दी है। ये भी पढ़ें: अलर्ट…! फिर लौटा ‘कोरोना वायरस’, 15% मरीजों में मिले लक्षण, अस्पताल तैयार ये कर सकते हैं हेयर ट्रांसप्लांट
मेडिकल काउंसिल के अनुसार हेयर ट्रांसप्लांट विशेषज्ञ के लिए एमबीबीएस के बाद डर्मेटोलॉजी में एमडी या डीवीडी या डीएनबी की डिग्री हासिल होनी चाहिए। मेडिकल काउंसिल में पंजीकरण भी जरूरी है। त्वचा विशेषज्ञ ही बता सकते हैं कि त्वचे पर दाना, दाग, फुंसियां या अन्य खराबियां किस कारण हुई हैं।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
डॉ. मनीश खंडारे, त्वचा विशेषज्ञ, एस भोपाल का कहना है कि हेयर ट्रांसप्लांट में मरीज को एनास्थियां दिया जाता है। इसकी मात्रा अधिक होने पर इसकी प्रतिक्रिया से मरीज की मौत हो सकती है। लेड के रिएक्शन और एलर्जी के कारण भी मौत हो सकती है। त्वचा विशेषज्ञ मरीज की जांच कर उपचार करते हैं। इसलिए ऐसी घटना नहीं होंती। लेकिन अब तो डेंटिस्ट और टेक्नीशियन भी हेयर ट्रांसप्लांट कर रहे हैं। इनसे बचना जरूरी है।