ट्रेनिंग में सीख रहे गुर
● साइबर कानून और आइटी एक्ट के प्रावधानों की जानकारी। ● डिजिटल फॉरेंसिक सिखा रहे, ताकि साक्ष्य पुख्ता जुटा सकें। ● डेटा रिकवरी और ट्रैकिंग तकनीक का इस्तेमाल सीख रहे। ● नेटवर्क सिक्योरिटी और साइबर डिफेंस। इससे अपनी सुरक्षा के साथ अपराधियों के नेटवर्क को पकड़ने में मदद मिलेगी। ● साइबर हमले के दौरान आपात स्थिति में होने वाली कार्रवाई।
पिछले साल इतने साइबर अपराध, अब घटेगा ग्राफ
अपराध – शिकायतें – कार्रवाई
साइबर- बदमाशी – 893 – 615 ई-मेल से फ्रॉड – 43 – 30 फर्जी प्रोफाइल – 1171 – 803 ऑनलाइन नौकरी – 326 – 207 शादी के नाम पर छल – 27 – 19 आधार कार्ड से ठगी – 383 – 269
इंटरनेट बैंकिंग फ्रॉड 3725 3232 यूपीआइ से ठगी – 27794 – 24754 फ्रॉड कॉल – 3543 – 2636 (स्रोत: नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्ट पोर्टल- 2024)
क्या करेंगे कमांडो
● सरकारी-निजी नेटवर्क को साइबर अटैक से बचाएंगे। ● साइबर अपराधियों के नेटवर्क की ट्रैकिंग, हैंकिंग-अपराधों की निगरानी। ● सरकारी और महत्त्वपूर्ण संस्थानों के डेटा को लीक होने से राकेंगे। ● किसी भी साइबर हमले की स्थिति में त्वरित कार्रवाई करेंगे। ● साइबर अपराधों की जांच और सबूत जुटाएंगे।
● सरकार की साइबर सुरक्षा रणनीतियों की मजबूती में योगदान देंगे।
परीक्षा के बाद होता है चयन
साइबर कमांडो की ट्रेनिंग दिल्ली में हो रही है। जो पुलिसकर्मी साइबर कमांडो बनना चाहता है, उसे परीक्षा देनी होती है। इसमें पास करने के बाद चयन होता है।