विधायक आरिफ मसूद ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में इन कार्यों के लिए आभार व्यक्त किया, लेकिन साथ ही गुणवत्ता को लेकर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि पिछले 15 दिनों से सड़कों की मरम्मत, डामरीकरण, पेवर ब्लॉक बिछाने और सौंदर्यीकरण का काम तेजी से हो रहा है, लेकिन गुणवत्ता पर ध्यान नहीं दिया जा रहा।
मोहन कैबिनेट की बैठक में 8 नई नीतियों को मिलेगी मंजूरी, अहम प्रस्तावों पर लग सकती है मुहर खराब क्वालिटी का डामर और अन्य क्षेत्रों की अनदेखी
विधायक मसूद ने आरोप लगाया कि पीडब्ल्यूडी (PWD) और नगर निगम बिना गुणवत्ता की जांच किए कार्य करवा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सड़कों पर डाला जा रहा डामर कम गुणवत्ता का है, जिससे अभी से सड़कें खराब दिखने लगी हैं। मुख्य मार्गों की मरम्मत की जा रही है, लेकिन उनसे सटे अन्य मार्गों की स्थिति जर्जर बनी हुई है।
GIS 2025 में देशी-विदेशी मेहमानों को मिलेगा नायाब यादगार तोहफा – इंडियन मोनालिसा… पुराने शहर की तरफ ध्यान देने की मांग
विधायक आरिफ मसूद ने कहा कि कमला पार्क से गिन्नौरी मार्ग और काली मंदिर (पातरा पुल) से लिली टॉकीज चौराहे तक की सड़कें भी मरम्मत की जरूरत में हैं। उन्होंने आग्रह किया कि यदि समिट में विदेशी मेहमान पुराने शहर का भ्रमण करें तो उन्हें व्यवस्थित सड़कों का अनुभव मिले।