केंद्रीय राजमार्ग एवं सड़क परिवहन मंत्रालय द्वारा मध्यप्रदेश में राष्ट्रीय राजमार्ग-34 के उन्नयन की स्वीकृति दी गई है। इसके अलावा अन्य विकास कार्यों की बहुमूल्य सौगात प्रदान की गई। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का आभार जताते हुए कहा है कि यह परियोजना मध्यप्रदेश की आधारभूत संरचना को सुदृढ़ करने के साथ समृद्धि के नए द्वार भी खोलेगी।
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राष्ट्रीय राजमार्ग-34 के अपग्रेड होने से एमपी की कई राज्यों से कनेक्टिविटी और आसान हो जाएगी। सबसे खास बात यह है कि नेशनल हाईवे 34 का यह प्रस्तावित प्रोजेक्ट एमपी वासियों के लिए गंगोत्री धाम जाने की राह सुगम बना देगा।
उत्तराखंड के गंगोत्री को एनएच-44 पर लखनादौन से जोड़ेगा
केंद्रीय राजमार्ग एवं सड़क परिवहन मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग-34 में 63.50 किमी लंबाई के खंड को अपग्रेड करने की योजना बनाई गई है। शाहगढ़-बक्सवाहा-नरसिंहगढ़-दमोह से पेव्ड शोल्डर के साथ 2-लेन में अपग्रेड करने के लिए 531.84 करोड़ रुपए की लागत के साथ स्वीकृति दी गई है। राष्ट्रीय राजमार्ग-34 उत्तराखंड के गंगोत्री धाम को मध्यप्रदेश में राष्ट्रीय राजमार्ग-44 (उत्तर-दक्षिण कॉरिडोर) पर लखनादौन से जोड़ता है। इस प्रकार हाईवे -34 का अपग्रेडेशन प्रोजेक्ट एमपी को कश्मीर से कन्याकुमारी तक सीधा जोड़ देगा। गौरतलब है कि राष्ट्रीय राजमार्ग-44, जिसे उत्तर-दक्षिण कॉरिडोर के नाम से भी जाना जाता है, भारत का सबसे लंबा राष्ट्रीय राजमार्ग है। यह जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर से तमिलनाडु के कन्याकुमारी तक बना है। राष्ट्रीय राजमार्ग-44 कुल 3745 किलोमीटर लंबा है।
केंद्रीय राजमार्ग एवं सड़क परिवहन मंत्रालय द्वारा स्वीकृत उन्नयन कार्यों में शाहगढ़-दमोह खंड के उन्नयन में 5 प्रमुख पुल शामिल हैं। इसके साथ ही बक्सवाहा, भटेरा, नरसिंहगढ़ और पिपरिया चंपत में 4 बायपास और दमोह के निर्मित क्षेत्रों में दोनों तरफ 1.3 किलोमीटर सर्विस या स्लिप रोड बनाना प्रस्तावित है।