मध्य प्रदेश के पन्ना, दमोह, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, सागर, रायसेन, विदिशा, शिवपुरी एवं दतिया इससे लाभान्वित होंगे। वहीं उत्तरप्रदेश के महोबा, झांसी, ललितपुर एवं बांदा में भी पानी पहुंच सकेगा।
जीतू पटवारी ने ये कहा….
हालांकि इस परियोजना की स्वीकृती होते ही विपक्ष एक्टिव हो गया है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा, पूर्व पीएम वाजपेयी ने 20 साल पहले इस परियोजना का भूमिपूजन किया और आज पीएम मोदी इसका उद्घाटन कर ढ़िढोरा पीट रहे हैं। यह परियोजना बुंदेलखंड की जनता के साथ एक बड़ा राजनैतिक छलावा है। बुंदेलखंड वन अभयारण का 10% हिस्सा इसके कारण डूब में जा रहा है। करीब 56 वर्ग किमी का दायरा आता है। 23 लाख वृक्षों को काटा जाएगा।
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इन योजनाओं को भी मिली स्वीकृति
बीते दिन कैबिनेट बैठक में पार्वती-कालीसिंध-चंबल संसोधित नदी लिंक परियोजना में शेष 16 परियोजनाओं के समूह को स्वीकृति दी गई। इनकी लागत 28 हजार 798 करोड़ और सैंच्य क्षेत्र 4 लाख 72 हजार 970 हेक्टेयर होगा। जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने बताया कि स्वीकृत परियोजना से मालवा एवं चंबल क्षेत्र के 10 जिले गुना, शिवपुरी, मुरैना, उज्जैन, सीहोर, इंदौर, देवास आगर मालवा, शाजापुर एवं राजगढ़ के 1865 ग्रामों के 4 लाख 73 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में नवीन सिंचाई क्षमता निर्मित होगी। साथ ही चंबल दाईं मुय नहर प्रणाली के आधुनिकीकरण से भिंड, मुरैना एवं श्योपुर जिलों के 1205 ग्रामों में 3 लाख 62 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा सुनिश्चित होगी।