इस वेदांत पीठ के लिए बजट में 500 करोड़ का प्रावधान किया गया है। आचार्य शंकर के जीवन दर्शन के प्रचार के उद्देश्य से संग्रहालय व आचार्य शंकर अंतरराष्ट्रीय अद्वैत वेदान्त संस्थान को विकसित किया जा रहा है। वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने कहा, मप्र पर्यटन में विशेष पहचान बना चुका है। पर्यटन के विकास के प्रयासों से न सिर्फ आर्थिक विकास बढ़ा है, रोजगार के अवसर भी सृजित हुए हैं। 507 करोड़ से 14 स्मारक बनाए जा रहे हैं। श्रीकृष्ण पाथेय और राम पथ गमन योजना के लिए भी बजट में प्रावधान है।
डेढ़ घंटे में विपक्ष ने 28 बार टोका
सरकार ने विधानसभा में बुधवार को 4.21 लाख करोड़ का बजट पेश किया। वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने 1.35 घंटे में बजट पेश किया। वित्त मंत्री को नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार व अन्य सदस्यों ने 28 से अधिक बार टोका, पर वे नहीं रुके। इस बीच सत्तापक्ष ने मेज थपथपाकर उनका भरपूर साथ दिया। अंतत: टोका-टाकी नहीं थमी, तो विधानसभा अध्यक्ष को हस्तक्षेप करना पड़ा। तब भी बात नहीं बनी और विपक्ष ने बजट भाषण के बीच एक बार वॉकआउट कर दिया। वित्तमंत्री के लिए सदन में डायस का प्रबंध किया था। यहां तक कि वित्त मंत्री के खड़े रहने के लिए नीचे लकड़ी का छोटा स्ट्रक्चर भी था। पहली बार ऐसा हुआ जब वित्त मंत्री ने बिना पानी पीये पूरा बजट भाषण दिया। बाहर उन्होंने मीडिया से बात की। कर्ज लेने के सवाल पर कहा, विकास के लिए हर व्यक्ति कर्ज लेता है, वही सरकार कर रही है। इसे सकारात्मक दृष्टि से देखना चाहिए। हालांकि वित्तमंत्री व प्रमुख सचिव वित्त पत्रकारों के कुछ सवालों के जवाब नहीं दे सके।
सीएम का आभार
वेदांत पीठ की स्थापना के लिए 500 करोड़ का प्रावधान करने पर सीएम डॉ. मोहन यादव का आभार।
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स्वामी अवधेशानंदगिरी, आचार्य महामंडलेश्वर, जूना अखाड़ा
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सत्र के तीसरे दिन बुधवार को कांग्रेसी विधायक कर्ज की पोटली व जंजीर लेकर पहुंचे। नेतृत्व नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने किया। कांग्रेसियों ने गांधी प्रतिमा के सामने नारेबाजी की। आरोप लगाया, शासन के कर्ज लेने से आम इंसान अप्रत्यक्ष रूप से कर्जदार बन रहा है। सरकार नौकरी, किसान, दलित, आदिवासी के मुद्दे पर बात नहीं करना चाहती।