एसटीएफ ने 150 करोड़ फ्रीज कराए हैं। लोगों की कमाई लूटने वाली कंपनियों का खुलासा होते ही अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और आयकर विभाग हरकत में आ गए हैं। दोनों विभाग जांच करेंगे। बताते हैं, पुरानी एफआइआर पर संज्ञान लेते हुए ईडी ने एक जगह सर्चिंग भी है। एसटीएफ जांच के लिए आयकर, जीएसटी को भी पत्र लिख रहा है।
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एसटीएफ की जांच में 80 से ज्यादा संदिग्ध खाते पकड़े जा चुके हैं। जांच में यह भी सामने आया है कि गिरोह का सरगना लविश चौधरी और उसकी पूरी गैंग बड़ी ही सफाई से ठगी के रुपए निकालती थी। इसके लिए 10 परतें बनाई थी। ठगी के बाद रकम को 7 से 10 बैंक खातों में उलट-फेर करते थे। मामले से जुड़े 260 लोगों को चिह्नित कर पूछताछ की जा रही है।
जानिए क्या है पूरा मामला
फर्जी फर्म यॉर्क एफएक्स और यॉर्कर कैपिटल के खिलाफ निवेश के नाम पर ठगी की पहली शिकायत इंदौर के ईशान सलूजा ने दर्ज करवाई। सलूजा ने बताया कि मुनाफा देने के नाम पर उससे 20.18 लाख की धोखाधड़ी की गई। इसके बाद एसटीएफ ने जांच शुरू की। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ती गई, हैरान करने वाले तथ्य सामने आते गए। जांच में पता चला, इंडेंट बिजनेस सॉल्यूशन कंपनी केखाते में 2023-24 में 7.2 अरब का ट्रांजेक्शन हुआ। रेंटल टेक्नोलॉजी में 15.80 अरब का ट्राजेक्शन मिला।इसके बाद जांच तेजी से आगे बढ़ाई गई। फिर पांच राज्यों से जुड़ गई।