किराया बढ़ते ही घट रहे यात्री
उनके अनुसार लोगों को अपने घर के करीब से मेट्रो स्टेशन तक पहुंचने के लिए भी पब्लिक ट्रांसपोर्ट के माध्यम की जरूरत है। यदि ऐसा नहीं तो फिर मेट्रो को आमजन के लिए उपयोग या जरूरी साबित करना एक बड़ी चुनौती की तरह होगा। वे इंदौर मेट्रो में शुरू हुए कमर्शियल रन की स्थिति को सामने रखकर ही बताते हैं कि शुरुआत में जितनी संख्या में यात्री यहां पहुंचे थे अब वह काफी कम हो गई है। जैसे जैसे किराया बढ़ रहा है, यात्री घट रहे। भोपाल में ऐसा न हो ओर स्थाई व असल यात्री मिले, इसके लिए काम करने की जरूरत है। भोपाल में बस
16 किमी यात्रा 20 रुपए में मौजूदा पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम लो-फ्लोर बस आधारित है। इसमें दो किमी के लिए करीब ७ और 16 किमी में 20 रुपए है। इंदौर मेट्रो में ले रहे किराए के आधार पर ही भोपाल में किराया कम से कम 40 रुपए होगा। ये प्रति किमी पांच रुपए बन रहा है। इस सवाल का जवाब लेना होगा। – शैलेंद्र बागरे, स्ट्रक्चरल इंजीनियर
मेट्रो के मौजूदा हालत
आर्किटेक्ट सुयश कुलश्रेष्ठ ने बताया कि मेट्रो की मौजूदा लाइन एम्स से सुभाष तक में मेट्रो से आवाजाही का कोई तुक नहीं है। सीधे एयरपोर्ट तक जाने वाली लाइन से लेकर करोद या सिटी सेंटर से रेलवे स्टेशन तक पहुंचाने- लाने वाली लाइन पर यात्री मिलते। सुभाष से एम्स तक मेट्रो लाइन में रानी कमलापति रेलवे स्टेशन पर ट्रेन से अन्य शहरों से आए मरीज व परिजन जरूर उपयोग करेंगे, लेकिन उसके अलावा यात्री मिलना मुश्किल है। बस और ऑटो पर दिया जाएगा जोर
सुयश ने कहा कि मेट्रो का प्रति किमी पांच रुपए किराए की तुलना में रिक्शा या बस का किराय लगभग आधा मिलेगा तो मेट्रो की यात्रा लोगों को इकॉनोमिकली थोड़ी महंगी पड़ेगी। इसके लिए फेयर कम करने के साथ ही मेट्रो तक अर्बन ट्रांसपोर्ट सिस्टम को कनेक्ट करने की जरूरत है।
वहीँ मेट्रो रेल एमडी एस कृष्णा चैतन्य ने बताया कि इंटीग्रेटेड ट्रांसपोर्ट सिस्टम पर काम कर रहे हैं। सभी माध्यम मिलकर मेट्रो को मदद करेंगे। हमारी लाइनवृद्धि के काम किए जा रहे हैं। सभी क्षेत्रों में मेट्रो जाएगी।
इंदौर मेट्रो फैक्ट फाइल
- इंदौर मेट्रो का न्यूनतम किराया 20 रुपए है।
- प्रारंभिक चरण में (गांधी नगर से सुपर कॉरिडोर-03 तक) किराया अधिकतम 30 के बीच रहेगा।
- वर्तमान में, इंदौर मेट्रो का संचालन गांधी नगर से सुपर कॉरिडोर-03 तक 5 स्टेशनों पर हो रहा है।
- मेट्रो सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक हर 30 मिनट में चलना तय है।
- 7 जून तक पूरी तरह से नि: शुल्क थी, इसके बाद किराए की छूट को प्रतिशत के आधार पर कम या खत्म किया जा रहा।