विद्युत क्रय अनुबंध (पीपीए) पर एमपी पावर मैनेजमेंट कंपनी के मुख्य महाप्रबंधक राकेश ठुकराल और एनएचपीसी के महाप्रबंधक ओंकार यादव ने हस्ताक्षर किए। अनुबंध के आधार पर एनएचपीसी की अरुणाचल प्रदेश के लोअर दि बांग वैली जिले में स्थित बहुउद्देशीय जल विद्युत परियोजना से मध्यप्रदेश को केन्द्रीय ऊर्जा मंत्रालय द्वारा आवंटित 252 मेगावाट बिजली मिलेगी।
यह भी पढ़ें : एमपी में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल, वरिष्ठ अधिकारियों को किया इधर से उधर एमपी में भविष्य में बिजली की मांग को देखते हुए यह अनुबंध महत्वपूर्ण है। प्रदेश में घरेलू और औद्योगिक आवश्यकताओं के साथ ही कृषि क्षेत्र में बिजली की खपत लगातार तेजी से बढ़ रही है। ऐसे में आने वाले सालों में बिजली की डिमांग में वृद्धि की संभावनाओं को देखते हुए अरुणाचल प्रदेश से बिजली खरीदने का निर्णय लिया गया है।
अधिकतम मांग की अवधि में 3 घंटे बिजली मिलेगी
समझौते के अंतर्गत प्रदेश को पर्याप्त बिजली प्राप्त होगी। रबी के महीनों में अधिकतम मांग की अवधि के दौरान 3 घंटे से ज्यादा समय तक बिजली सप्लाई होगी। बाकी समय में भी करीब 9 से 19 घंटे तक की मांग को पूरा कर सकेगी।