नए डामर में नई चुनौती भी
पीडब्ल्यूडी ने डामर की खरीदी के लिए सिर्फ राष्ट्रीयकृत ऑयल कंपनियों को ही अधिकृत किया है। ऑयल कंपनियों से इसकी एनओसी ली जा रही है। हालांकि, पॉलीमेर बिटूमिन व क्रंब रब बिटूमिन की खरीदी पर अभी कोई गाइडलाइन नहीं बनी है। इसलिए पीडब्ल्यूडी के पास शिकायतें आ रही हैं कि पीएमबी व सीआरएमबी को लोकल कंपनियां तैयार कर रही हैं। ऐसे में सड़क की मजबूती पर संदेह के घेरे में हैं।
जैसी सड़क, वैसा बिटूमिन
बिटूमिन पेट्रोलियम अवशेषों से तैयार होता है। सड़क की क्षमता के अनुसार यह विभिन्न ग्रेड में उपलब्ध है। वीजी-10 स्थानीय सड़कों के लिए, वीजी-30 स्थानीय स्तर की मुख्य सड़कों के लिए, वीजी-40 भारी वाहनों वाली सड़क़ों में इस्तेमाल होता है। इनकी खरीदी ऑयल कंपनियों से ही होनी है। ज्यादा मजबूती के लिए पॉलीमर और क्रंब रबर के बिटूमिन हैं। इनके लिए नियम बनाने की मांग उठ रही है।
इसलिए पॉलीमर-रबर के बिटूमिन का प्रयोग
नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक की रिपोर्ट में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत सड़कों के निर्माण में बिटुमिन की आपूर्ति में अनियमितताओं की ओर संकेत किया गया था। इसमें 414 करोड़ रुपए के घोटाले की आशंका थी। इसके बाद ही डामर की खरीद विश्वसनीय स्रोतों से करने ऑयल कंपनियां तय की गई।
पीएमबी और सीआरएमबी की खासियत
– यह तापमान में बदलाव के अनुसार फैलता और सिकुड़ता है। दरारें कम होती हैं। – सामान्य बिटुमिन की तुलना में लंबे समय तक चलता है। सड़क की लाइफ बढ़ती है। – भारी यातायात और चरम मौसम स्थितियों को झेलने में सक्षम है। – पुराने टायरों के रबर का उपयोग होने से यह पर्यावरण अनुकूल है। – वाहनों की पकड़ बेहतर बनाता है,दुर्घटनाओं की संभावना कम होती है।
– हाईवे और एक्सप्रेसवे निर्माण, एयरपोर्ट रनवे पर, ब्रिज डेक और फ्लाईओवर के निर्माण में प्रयोग होता है जहां हाई ट्रैफिक रोड पर भारी वाहन चलते हैं।
सड़क की नई तकनीक ला रहा पीडब्ल्यूडी
पीडब्ल्यूडी सड़क निर्माण में नई तकनीक को ला रहा है। पीएमबी, सीआरएमबी की खरीदी के स्रोत को भी विश्वसनीय बनाया जाएगा।