स्कूल शिक्षा विभाग के अनुसार, इस नए नियम को इसलिए लाया जा रहा है ताकि छात्रों का साल बर्बाद न हो और उनके मानसिक सेहत भी खराब न हो। यह नई व्यवस्था इसी शैक्षणिक सत्र से शुरू की जा सकती है। इसका मतलब ये है कि आगामी 10th और 12th बोर्ड परीक्षाओं में शामिल होने वाले छात्र इस नई व्यवस्था का लाभ उठा सकेंगे। इस व्यवस्था को लेकर बनाए गए प्रस्ताव को एमपी बोर्ड की कार्यकारी समिति ने भी मंजूरी दे दी है।
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बता दें कि, नई पॉलिसी के तहत दोबारा परीक्षा देने वाले छात्र से लिखित में लिया जाएगा कि दूसरे अटेंप्ट के नंबर ही मान्य होंगे। ऐसे में अगर, छात्र के दूसरे अटेंप्ट में नंबर कम आते है, तो भी दोबारा परीक्षा देने के बाद आने वाला नंबर ही मान्य होगा। हालांकि, अगर छात्र दूसरे अटेंप्ट में भी छात्र फेल हो जाता है, तो उसको पास होने का एक और मौका मध्य प्रदेश राज्य ओपन स्कूल परीक्षा में दिया जाएगा।