केंद्र सरकार ने देश में जातिगत जनगणना कराने का ऐलान किया है। 74 साल बाद होने जा रही इस जातिगत जनगणना के लिए बीजेपी और कांग्रेस में श्रेय लेने की होड़ मची है। केंद्र के इस फैसले को कांग्रेस अपने प्रमुख नेता राहुल गांधी की जीत के रूप में दर्शा रही है। इसके लिए प्रदेशभर के जिला मुख्यालयों पर कांग्रेस नेता मीडिया से रूबरू हुए और सरकार के इस निर्णय को राहुल गांधी के दबाव का परिणाम बताया।
राहुल गांधी पिछले 5 सालों से जातीय जनगणना की मांग करते आ रहे
इसी क्रम में प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में भी पत्रकार वार्ता बुलाई गई। यहां मध्यप्रदेश कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग के अध्यक्ष प्रदीप अहिरवार ने कहा कि राहुल गांधी पिछले 5 सालों से जातीय जनगणना की मांग करते आ रहे थे। केंद्र सरकार और बीजेपी उनका माखौल उड़ाती रही लेकिन आखिरकार उन्हें झुकना पड़ा। केंद्र सरकार पर इस फैसले के लिए राहुल गांधी दबाव बनाने में कामयाब रहे।
6 जून को प्रस्तावित इस सम्मेलन में राहुल गांधी शामिल होंगे
मध्यप्रदेश कांग्रेस अब इसके लिए राहुल गांधी का आभार जताने के लिए राजधानी भोपाल में बड़ा सम्मेलन आयोजित कर रही है। 6 जून को प्रस्तावित इस सम्मेलन में राहुल गांधी शामिल होंगे। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकर्जुन खरगे और प्रियंका गांधी के सम्मेलन में आने की संभावना है। इस राज्य स्तरीय सम्मेलन के पहले कांग्रेस पूरे प्रदेश में जन जागरण यात्रा और आभार सम्मेलन कराएगी। मध्यप्रदेश कांग्रेस पिछड़ा वर्ग विभाग के कार्यकारी अध्यक्ष पवन पटेल ने बताया कि जिला स्तर पर जन जागरण अभियान चलाया जाएगा। राज्यस्तरीय सम्मेलन भोपाल में संभवतः 6 जून को होगा। हालांकि कार्यक्रम की तारीख में बदलाव हो सकता है।