आपातकाल था लोकतंत्र की हत्या स्मृति ने कहा कि आपातकाल लोकतंत्र की हत्या था। उस समय साधारण परिवारों के लोगों ने अपने परिवार का त्याग कर जेल जाना मंज़ूर किया। “वे सिर्फ एक पार्टी के लिए नहीं, बल्कि संविधान की रक्षा के लिए खड़े हुए थे। आज भी उनका सम्मान किया जाता है।” उन्होंने अपील की कि देशवासी यह संकल्प लें कि “भारत में फिर कभी आपातकाल जैसी काली छाया नहीं लौटेगी।”
मोदी सरकार की योजनाओं का किया ज़िक्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की योजनाओं की तारीफ करते हुए ईरानी ने कहा, “पचास करोड़ से ज्यादा लोगों के बैंक खाते खुले हैं, 40 हजार करोड़ रुपये से अधिक के लोन दिए गए हैं।” उन्होंने दावा किया कि मोदी सरकार ने छोटे व्यापारियों की आर्थिक वृद्धि की है और महिलाओं को सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक रूप से सशक्त किया है। स्मृति ईरानी के बीकानेर आगमन पर सर्किट हाउस में शहर भाजपा अध्यक्ष सुमन छाजेड़, श्यामसुंदर पंचारिया, मोहन सुराणा, विजय आचार्य सहित अन्य कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया।