एजुकेशन सिटी में 4800 छात्रों के लिए कोचिंग हॉल सेटअप, 500 छात्रों की क्षमता वाली डिजिटल व फिजिकल लाइब्रेरी युक्त नालंदा परिसर, 700 सीटों का आधुनिक ऑडिटोरियम, 1000 छात्र क्षमता वाला हॉस्टल, एस्ट्रोटर्फ खेल मैदान, गार्डन, मल्टीलेवल पार्किंग, कैफेटेरिया और तीन बहुमंजिला इमारतें शामिल होंगी।
जनप्रतिनिधि और अफसरों ने कहा
केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू ने प्रतिक्रिया में कहा कि बिलासपुर में एजुकेशन सिटी के निर्माण से लाखों युवाओं के सपने साकार होंगे। यह परियोजना छात्रों को पढ़ाई और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए एक सुरक्षित, व्यवस्थित और सर्वसुविधायुक्त वातावरण प्रदान करेगी, जिससे उनका सर्वांगीण विकास संभव हो सकेगा। उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि एजुकेशन सिटी की योजना बिलासपुर को आधुनिक एजुकेशनल हब के रूप में विकसित करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है। इससे न केवल छात्र-छात्राओं को श्रेष्ठ सुविधाएं मिलेंगी, बल्कि शहर का भी समग्र विकास होगा और इसका भविष्य और अधिक उज्ज्वल बनेगा।
विधायक अमर अग्रवाल ने कहा कि एजुकेशन सिटी का निर्माण मेरे चुनावी संकल्प का हिस्सा था, जो अब मुख्यमंत्री साय के नेतृत्व में साकार होने जा रहा है। यह परियोजना बिलासपुर को नई पहचान देगी।
कलेक्टर संजय अग्रवाल ने कहा कि एजुकेशन सिटी बिलासपुर के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। इससे छात्रों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी और शहर के सर्वांगीण विकास को गति मिलेगी। कमिश्नर अमित कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार एजुकेशन सिटी के लिए कार्य योजना तैयार कर ली गई है। इससे छात्रों को सुविधा और शहर विकास की दिशा में छात्र केंद्रित समस्याओं का समाधान मिलेगा। निर्माण कार्य जल्द शुरू किया जाएगा।
50 हजार छात्रों को मिलेगा लाभ
इस परियोजना से
छत्तीसगढ़ सहित अन्य राज्यों से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए बिलासपुर आने वाले लगभग 50 हजार छात्रों को लाभ मिलेगा। बिलासपुर में पहले से ही दो विश्वविद्यालय, केंद्रीय विश्वविद्यालय, इंजीनियरिंग, पॉलिटेक्निक, मेडिकल कॉलेज और लगभग 100 से अधिक कोचिंग संस्थान हैं।
नई एजुकेशन सिटी से यह पहचान और मजबूत होगी। एजुकेशन सिटी के माध्यम से शहर में कोचिंग संस्थानों को नियोजित स्थान उपलब्ध होगा और ट्रैफिक व पार्किंग की समस्याएं भी कम होंगी।