ग्राम जांजी निवासी सकुन बाई क्षत्रिय अपने बेटे हरीश के साथ बाइक से बिलासपुर में आयोजित कथा-पूजा में शामल होकर से लौट रही थीं। रात करीब साढ़े ९ बजे, जब वे ग्राम पंधी स्थित यादव ढाबा के सामने पहुंचे, उसी वक्त तेज रतार और लापरवाही से चल रहे एक अज्ञात भारी वाहन ने उन्हें कुचल दिया।
हादसा इतना भयानक था कि दोनों की मौके पर ही मौत हो गई।
तीन घंटे चक्काजाम
दुर्घटना से नाराज ग्रामीण, परिजन और स्थानीय जनप्रतिनिधि मौके पर पहुंच गए। एनटीपीसी के राखड़ एवं कोयला परिवहन पर रोक, स्पीड ब्रेकर निर्माण एवं परिजनों को मुआवजा देने की मांग को लेकर सड़क पर चक्काजाम कर दिया। सूचना पर यातायात एएसपी रामगोपाल करियारे, डीएसपी सिद्धार्थ बघेल, तहसीलदार सोनू अग्रवाल पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने तीन घंटे की समझाइश के बाद जाम को समाप्त कराया। 25 हजार रुपए सहायता राशि देने का आश्वासन
ग्रामीणों को तहसीलदार ने आश्वासन दिया कि मृतकों के परिजनों को तत्काल सहायता स्वरूप 25 हजार रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी। साथ ही दुर्घटनास्थल पर स्पीड ब्रेकर बनाए जाएंगे। तेज रतार व ओवरलोड वाहनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल, पुलिस सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से अज्ञात वाहन की पहचान में जुटी है और मामला गंभीरता से जांच में लिया गया है।