जॉन अब्राहम की The Diplomat के असली स्टार हैं जे.पी. सिंह, पाकिस्तान की ISI को दी थी मात
The Diplomat Real Star: जॉन अब्राहम की थ्रिलर फिल्म द डिप्लोमैट सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है। ये फिल्म एक सच्ची घटना पर आधारित है, यहां जानिए इस मूवी के रियल स्टार के बारे में।
The Diplomat Real Star: बॉलीवुड अभिनेता जॉन अब्राहम अपनी नई फिल्म ‘द डिप्लोमैट’ में एक ऐसे राजनयिक की भूमिका निभा रहे हैं, जिन्होंने अपनी सूझबूझ और कूटनीति से एक भारतीय महिला को पाकिस्तान से सुरक्षित भारत वापस लाने में मदद की। ये फिल्म 2017 में हुई एक सच्ची घटना पर आधारित है और इसमें जॉन अब्राहम भारतीय विदेश सेवा (IFS) के अधिकारी जे.पी. सिंह की भूमिका में नजर आए हैं।
जे.पी. सिंह भारतीय विदेश सेवा (IFS) के 2002 बैच के अधिकारी हैं, जिन्होंने पाकिस्तान, अफगानिस्तान और ईरान (PAI) डिवीजन में बतौर संयुक्त सचिव अपनी सेवाएं दी हैं। हाल ही में, उन्हें इजराइल में भारत के नए राजदूत के रूप में नियुक्त किया गया है। उनकी कूटनीतिक सूझबूझ और बहादुरी के कारण ही पाकिस्तान में फंसी भारतीय नागरिक उजमा अहमद की सुरक्षित वापसी संभव हो पाई थी।
साल 2017 में, भारतीय नागरिक उजमा अहमद मलेशिया में पाकिस्तानी नागरिक ताहिर अली से मिलीं और उनसे प्यार हो गया। ताहिर के बुलावे पर उजमा पाकिस्तान गईं, लेकिन वहां उन्हें धोखा मिला। ताहिर पहले से शादीशुदा था और उसके चार बच्चे थे।
जे.पी. सिंह और जॉन अब्राहम जब उजमा ने वापस लौटने की इच्छा जताई, तो ताहिर ने उन्हें बंदूक की नोक पर धमकाया, जबरन शादी कर ली और मानसिक व शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया। किसी तरह भागकर, उजमा इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग पहुंचीं और वहां तैनात उप उच्चायुक्त जे.पी. सिंह से मदद मांगी।
भारतीय उच्चायोग ने उजमा को शरण दी और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की। जे.पी. सिंह और उनकी टीम ने कानूनी प्रक्रिया का सहारा लिया और पाकिस्तान में उजमा की कानूनी लड़ाई शुरू हुई। भारत की तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इस मामले में हस्तक्षेप किया और पाकिस्तान सरकार पर दबाव बनाया।
24 मई 2017 को इस्लामाबाद हाई कोर्ट ने उजमा को भारत लौटने की अनुमति दी। 25 मई 2017 को उजमा वाघा बॉर्डर से भारत लौटीं, जहां सुषमा स्वराज ने उन्हें ‘भारत की बेटी’ कहकर सम्मानित किया।
‘द डिप्लोमैट’ एक रोमांचक और भावनात्मक कहानी है, जो एक भारतीय राजनयिक की बहादुरी और देशभक्ति को दर्शाती है। जॉन अब्राहम इस फिल्म में जेपी सिंह की भूमिका में हैं, जबकि सादिया खतीब उजमा अहमद का किरदार निभा रही हैं। फिल्म का निर्देशन शिवम नायर ने किया है, जो ‘बेबी’ और ‘स्पेशल ऑप्स’ जैसी दमदार फिल्मों के लिए जाने जाते हैं।
फिल्म के बारे में बात करते हुए जॉन अब्राहम ने कहा था-“जब मैंने जे.पी. सिंह की कहानी सुनी, तो मैं उनसे मिलने गया। उन्होंने मुझे पूरी घटना विस्तार से बताई। लेकिन मेरे लिए सबसे बड़ा इनाम ये था कि जिस बेटी को उन्होंने बचाया, उसने हाल ही में फिल्म देखी और कहा कि मुझे जॉन अब्राहम नहीं, बल्कि जे.पी. सिंह ही दिखे।”