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सड़क बने तो मिले दर्जनों गांवों के लोगों को राहत

राजस्थान राज्य सड़क विकास निगम की ओर से स्टेट हाइवे 138 रामेश्वर चौराहे से गोठड़ा हाइवे 148 डी तक एवं भीलवाड़ा जिले की सीमा से राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 52 तक बनाई जा रही सड़कों का निर्माण कार्य धीमी गति से चलने से दर्जनों गांवों के लोगों को सड़के नहीं बनने से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

बूंदीJan 07, 2025 / 05:48 pm

पंकज जोशी

सड़क बने तो मिले दर्जनों गांवों के लोगों को राहत

गोठड़ा. एन एच 148डी से सरसोद क्षतिग्रस्त सड़क से गुजरते वाहन।

गोठड़ा. राजस्थान राज्य सड़क विकास निगम की ओर से स्टेट हाइवे 138 रामेश्वर चौराहे से गोठड़ा हाइवे 148 डी तक एवं भीलवाड़ा जिले की सीमा से राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 52 तक बनाई जा रही सड़कों का निर्माण कार्य धीमी गति से चलने से दर्जनों गांवों के लोगों को सड़के नहीं बनने से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
जानकारी अनुसार तत्कालीन राज्य सरकार द्वारा अगस्त 2023 में स्टेट हाइवे 138 रामेश्वर चौराहा से 35.30 किलोमीटर लंबी सड़क स्वीकृत हुई थी। सड़क का शिलान्यास तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने किया था। बाद में सार्वजनिक निर्माण विभाग से यह सड़क राजस्थान राज्य सड़क विकास एवं निर्माण निगम लिमिटेड के माध्यम से बनाने की प्रक्रिया शुरू की गई।
सड़क निर्माण कार्य अगस्त 2023 से शुरू हुआ,लेकिन सड़क की लंबाई अधिक होने एवं बीच में करीब 40 से अधिक छोटी पुलियाएं बनाने में समय लग गया। जिसके चलते यह सड़क अगस्त 2024 में पूरी होनी थी, लेकिन उसके बाद भी सड़क का निर्माण कार्य पूरा नहीं होने से इस मार्ग पर पड़ने वाले दो दर्जन से अधिक बड़े एवं छोटे गांवों के लोगों को सड़क बनने का इंतजार हो रहा है।
यूं बननी है सड़क
जानकारी अनुसार स्टेट हाइवे 138 (रामेश्वर चौराहा) आकोदा-फजलपुरा-दरा का नया गांव-बड़गांव-बाल-रेण से सरसोद होते हुए गोठड़ा से निकल रहे राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 148 डी तक 35.30 किलोमीटर लंबी सड़क स्वीकृत हुई थी। जिसके लिए 52.38 करोड़ रुपए स्वीकृत हुए थे। बड़गांव में नदी पर बनाए जा रहे पुल के लिए पूर्व में 15.50 करोड़ रुपए स्वीकृत हुए थे, लेकिन पुल निर्माण के लिए यह राशि काफी कम होने से विभाग द्वारा करीब तीस करोड़ रुपए का प्रस्ताव बनाकर भेज रखा है। राशि स्वीकृत होने पर पुल निर्माण कार्य में गति आएगी। वर्तमान में 40 छोटी पुलियाएं बनाई गई है। दरा का नया गांव, फार्म,बाल में सीसी रोड़ बन गए। सड़क समतलीकरण कर गिट्टी बिछाई जा रही है। गोठड़ा, सरसोद आदि में सीसी रोड़ बनाएं जाएंगे। ऐसे में इस सड़क को बनाने में अब करीब 65.29 करोड़ रुपए खर्च होंगे।
सड़क बनने पर बढ़ेगा पर्यटन, लोगों को होगी सुविधा
सड़क निर्माण पूरा होने पर इस मार्ग पर पड़ने वाले तीर्थ स्थलों पर पर्यटकों की आवाजाही सुगम हो जाएगी। इस मार्ग पर गोठड़ा के सांवरिया नाथ मंदिर, त्रिवेणी संगम पर स्थित खरदेश्वर महादेव एवं बूंदी जिले के प्रसिद्ध तीर्थ स्थल रामेश्वर महादेव मंदिर वहीं दूसरी ओर थाना के देवनारायण मंदिर, टहला में स्थित दादी माता मंदिर, मांगली के माताजी मंदिर जुड़ने के साथ इन गांवों के लोगों को जिला मुख्यालय सहित अन्य पंचायतों के गांवों में पहुंचना आसान हो जाएगा। जिससे सैकड़ो लोगों को सुविधाएं मिल सकेगी।
इधर भी निर्माण धीमी गति से…
वहीं भीलवाड़ा जिले की सीमा से नेहड़ी-विजयगढ़-थाना-सहसपुरिया-रघुनाथपुरा-डेरोली-टहला बोरखेड़ा-मांगली खूर्द राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 52 तक करीब 42.75 करोड़ रुपए की लागत से बन रही सड़क का निर्माण कार्य धीमी गति से चलने से राहगीरों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। संवेदक द्वारा सड़क पर गिट्टी बिछाकर छोड़ने से धुल के गुब्बार उड़ रहे हैं वहीं सड़क पर बिछाई गई गिट्टी से दुपिया वाहनों का निकलना किसी खतरे से खाली नहीं है। सड़क निर्माण धीमी गति से चलने से लोगों में रोष व्याप्त है।
सड़क का निर्माण कार्य चल रहा है। लंबाई अधिक होने व छोटी पुलियाएं बनाने में समय लग गया। बड़गांव पुल निर्माण के लिए 30 करोड़ रुपए का प्रस्ताव बनाकर भेज दिया है। मार्च तक सड़क पर डामरीकरण होने पर वाहन सरपट दौड़ेंगे।
हेमराज चौधरी, सहायक अभियंता, आरएसआरडीसी बूंदी।

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