कथा ज्ञान यज्ञ राम कथा को मालनमासी बालाजी समिति के अध्यक्ष नारायण सैनी सपत्नी सिर पर लेकर चल रहे थे, जिसमें 151 कलश लिए महिलाएं आजाद पार्क हंसा देवी मंदिर से प्रारम्भ होकर गाजे बाजे के साथ जुलूस के रूप में मंगल गान करते हुए चल रही थी। कलश यात्रा में जैसे भगवान इंद्रदेव भी मेहरबान थे। कलश यात्रा की शुरुआत होते ही झमाझम बारिश का दौर शुरू हो गया जो की मालनमासी बालाजी प्रांगण पहुंचने तक चला, आज से प्रति दिन 27 जून तक दोपहर 1 बजे से 4 बजे तक कथा वाचन होगा। कथा वाचक गौरव कृष्ण तिवारी ने राम के जीवन चरित्र और कृष्ण के जीवन चरित्र के अंतर को समझाया। राम मर्यादा पुरुषोत्तम थे, उन्होंने मनुष्य को कैसे मर्यादा में रहना चाहिए के बारे में बताया।
उन्होंने कहा कि राम आदि है अनंत है राम श्रेष्ठ है राम नाम से ही मनुष्य का बेड़ा पार हो सकता है जो की बहुत सरल नाम है। इस मौके पर समिति अध्यक्ष नारायण सैनी, सचिव विनोद , उपाध्यक्ष लोकेश जादौन, भरत शर्मा, महेश गौतम, नितेश शर्मा नीटू देवीशंकर सैनी, लालचंद विजय, विनोद शृंगी, राजेश शेरगडिय़ा सहित गणमान्य उपस्थित थे।
रामकथा आयोजन समिति सदस्य नितेश शर्मा ने बताया कि प्रति दिन कथा विश्राम पर समाजसेवियों द्वारा प्रसादी वितरण की जाएगी। सभी कार्यक्रम मालनमासी बालाजी मंदिर परिसर में बने नवनिर्मित हॉल में होंगे।