उसके बाद देवस्थान विभाग द्वारा दूसरे पुजारी की नियुक्ति नहीं कर पाया तो सेवानिवृत पुजारी को ही अधिकारियों ने पुजारी की नियुक्ति होने तक सेवा-पूजा करने के मौखिक आदेश देकर सेवा पूजा कराते रहे। एक वर्ष बाद देवस्थान विभाग के आयुक्त ने 13 जुलाई 2021 को आदेश जारी कर सेवानिवृत पुजारी सुरेशकुमार दाधीच को संविदा पर सेवा-पूजा के लिए लगा दिया। संविदा पर लगाया पुजारी सुरेशकुमार दाधीच सेवा-पूजा करता रहा। देवस्थान विभाग पुजारी से भगवान रंगनाथ की सेवा पूजा कराता रहा, लेकिन मानदेय का भुगतान नहीं किया। 44 माह से पुजारी को मानदेय नहीं मिला तो पुजारी ने सात जनवरी को विभाग के आयुक्त को प्रार्थना पत्र देकर चेतावनी दे दी थी कि मानदेय का भुगतान नहीं मिला तो 28 फरवरी के बाद भगवान रंगनाथ की सेवा-पूजा करना छोड़ देगा। पुजारी के सेवा-पूजा का काम छोड़ देने से एक मार्च से ही देवस्थान विभाग के अधीन शहर के गढ़ पैलेस में स्थित भगवान रंगनाथ दो दिन से ताले में बंद न सुबह की पूजा हो रही और न ही संध्या आरती। मुख्य गेट व गर्भ गृह पर ताला लगा हुआ है।
पुजारी पहले ही चेतावनी दे चुका
संविदा पर लगाए पुजारी सुरेशकुमार दाधीच का कहना है कि उसकी 31 अगस्त 2020 को नैनवां के रंगनाथ मन्दिर से ही सेवानिवृति हुई थी। सेवानिवृति के बाद देवस्थान विभाग दूसरा पुजारी नहीं लगाया।
उसे ही संविदा पर लगाने के आश्वासन पर पहले तो एक वर्ष तक तो आयुक्त के मौखिक आदेश पर सेवा-पूजा करता रहा। उसके बाद 13 जुलाई 2021 को उसे संविदा पर रखने के आदेश जारी कर दिया। विभाग के आयुक्त से मानदेय का भुगतान करने के लिए कई बार प्रार्थना पत्र दिए जाने के बाद भी 44 माह से मानदेय का भुगतान नहीं मिला तो सात जनवरी 2025 को आयुक्त को लिखकर दे दिया था कि मानदेय का भुगतान नहीं मिला तो एक मार्च से भगवान रंगनाथ की सेवा-पूजा करना बंद कर देगा। एक मार्च से सेवा-पूजा का काम छोड़ दिया।
नहीं दे रहे ध्यान
पहले देवस्थान विभाग के उपायुक्त को कई बार फोन लगाया, लेकिन रिसीव नही किया। फिर आयुक्त वासुदेव मालावत से फोन पर मामले की जानकारी ली तो इतना सा कहा कि मामले में बाद में बात करना और फोन काट दिया।