Budget 2025: शेयर बाजार में उथल-पुथल, सेंसेक्स-निफ्टी की चाल पर टिकी रहेंगी निगाहें!
Budget 2025: आज 1 फरवरी, शनिवार को आम बजट 2025 पेश होने से पहले भारतीय शेयर बाजार में अस्थिरता देखने को मिल सकती है। निवेशकों की निगाहें आज सेंसेक्स और निफ्टी 50 के प्रदर्शन पर बनी रहेंगी।
Budget 2025: आज 1 फरवरी शनिवार के दिन आम बजट 2025 (Budget 2025) पेश होने से पहले भारतीय शेयर बाजार (Share Market) में अस्थिरता देखने को मिल सकती है। निवेशकों की नजर आज सेंसेक्स और निफ्टी 50 के प्रदर्शन पर टिकी रहेगी, क्योंकि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण संसद में सुबह 11 बजे बजट पेश करेंगी। इस बजट से अर्थव्यवस्था को गति देने और मध्यम वर्ग को राहत देने की उम्मीद की जा रही है।
विश्लेषकों के अनुसार, सरकार कुछ महत्वपूर्ण सुधारों की घोषणा कर सकती है जिसका असर शेयर बाजार पर पड़ेगा। खासकर व्यक्तिगत आयकर में कटौती और ऊर्जा उत्पादों पर टैक्स में राहत से बाजार को सकारात्मक संकेत मिल सकते हैं। इसके अलावा, सरकार पहले से घोषित $24 बिलियन के रोजगार सृजन कार्यक्रम को आगे बढ़ाने की योजना बना सकती है, जिससे घरेलू मांग को बल मिलेगा।
राजकोषीय घाटे पर सरकार की रणनीति
सरकार चालू वित्त वर्ष में राजकोषीय घाटे के लक्ष्य में सुधार करने और इसे अगले वित्त वर्ष में 4.5% से नीचे लाने की योजना बना रही है। इससे अर्थव्यवस्था को स्थिरता मिलेगी और बाजार में निवेशकों का भरोसा बढ़ेगा। नोमुरा की अर्थशास्त्री सोनल वर्मा ने कहा, हमें उम्मीद है कि सरकार ऐसे नीतिगत उपायों की घोषणा करेगी, जो विकास को समर्थन देंगे और वित्तीय संतुलन बनाए रखेंगे। नोमुरा एक वैश्विक वित्तीय सेवा समूह है। यह एक निवेश बैंक है और इसका मुख्यालय टोक्यो, जापान में है।
नरम होती अर्थव्यवस्था और महंगाई की चिंता
भारत की अर्थव्यवस्था (Budget 2025) फिलहाल धीमी गति से बढ़ रही है और यह पिछले चार वर्षों में सबसे कम विकास दर दर्ज कर सकती है। कमजोर शहरी मांग और महंगाई का दबाव बाजार (Share Market) की धारणा को प्रभावित कर सकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बजट सत्र की शुरुआत से पहले कहा कि यह बजट (Budget 2025) देश को नई आशा और विश्वास देगा। हालांकि, उन्होंने विकास को गति देने के लिए संभावित उपायों पर कोई संकेत नहीं दिया।
डिरेगुलेशन से बढ़ेगा विकास
भारत की आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट में सुझाव दिया गया है कि भूमि, श्रम और फैक्ट्री नियमों में सुधार से मध्यम और दीर्घकालिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। रिपोर्ट के अनुसार, भारत को अपने 8% विकास दर के लक्ष्य को हासिल करने के लिए केंद्र और राज्यों को मिलकर नियामक बाधाओं को दूर करना होगा। मोदी सरकार का लक्ष्य है कि भारत को 2025 तक $5 ट्रिलियन और 2047 तक एक विकसित अर्थव्यवस्था बनाया जाए।
अंतरास्ट्रीय व्यापार पर अमेरिका के प्रभाव की तैयारी
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के व्यापार नीतियों (Budget 2025) से भारत पर भी असर पड़ सकता है। रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत संभावित अमेरिकी टैरिफ से बचने के लिए कुछ उत्पादों पर आयात शुल्क घटाने की योजना बना रहा है। इसके अलावा, भारत अमेरिकी कंपनियों को अर्धचालक (सेमीकंडक्टर) और इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग में निवेश आकर्षित करने के लिए अतिरिक्त प्रोत्साहन देने पर विचार कर सकता है। मोबाइल फोन असेंबली के लिए उपयोग होने वाले कुछ घटकों जैसे कि प्रिंटेड सर्किट बोर्ड असेंबली, कैमरा मॉड्यूल के हिस्से और USB केबल्स पर आयात शुल्क में कटौती की जा सकती है।
शेयर बाजार में अस्थिरता बनी रहेगी
बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि बजट (Budget 2025) से पहले सेंसेक्स और निफ्टी (Sensex-Nifty) में उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा। निवेशकों को यह देखना होगा कि सरकार राजकोषीय संतुलन बनाए रखते हुए किस तरह से विकास को गति देने के उपाय पेश करती है।