ये भी पढ़े:- पैसा रखें तैयार, LG, Zepto और Flipkart समेत दिग्गज कंपनियों के आईपीओ की रहेगी धूम पिछले हफ्ते का प्रदर्शन (Market Outlook)
बीते कारोबारी सत्रों में घरेलू और विदेशी निवेशकों का अलग-अलग रुख देखने को मिला। विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने 6,322 करोड़ रुपए की बिकवाली की, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (DII) ने 10,927 करोड़ रुपए का निवेश किया। इस दौरान बैंकिंग शेयरों ने बाजार (Share Market) को सहारा दिया। बैंकिंग सेक्टर में तेजी की वजह से मुख्य सूचकांक मजबूत रहे। हालांकि, भारतीय रुपए (Market Outlook) में कमजोरी ने निवेशकों को चिंतित किया। पिछले हफ्ते करेंसी मार्केट पर दबाव बना रहा और रुपये में गिरावट दर्ज की गई।
नए हफ्ते में बाजार के लिए अहम कारक
पीएमआई डेटा भारत का मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर पीएमआई डेटा नए हफ्ते में जारी होगा। यह डेटा भारतीय अर्थव्यवस्था की मौजूदा स्थिति का संकेत देगा और बाजार के सेंटीमेंट को प्रभावित कर सकता है। ऑटोमोबाइल बिक्री ऑटो सेक्टर के लिए दिसंबर महीने की बिक्री के आंकड़े निवेशकों के लिए एक प्रमुख संकेतक होंगे। मजबूत बिक्री के आंकड़े बाजार में सकारात्मक लहर ला सकते हैं, जबकि कमजोर आंकड़े बाजार को निराश कर सकते हैं।
बैंक लोन ग्रोथ बैंकिंग सेक्टर में कर्ज की बढ़ोतरी बाजार की चाल का एक और अहम संकेतक होगी। अगर लोन ग्रोथ के आंकड़े मजबूत रहते हैं, तो बैंकिंग शेयरों में तेजी देखने को मिल सकती है।
अंतरास्ट्रीय रुझान अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नीतियां, चीन की आर्थिक स्थिति और यूरोप में हो रहे आर्थिक बदलाव भारतीय बाजार पर असर डाल सकते हैं। इसके अलावा, अंतरराष्ट्रीय तेल की कीमतें भी बाजार की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभाएंगी।
तकनीकी विश्लेषण और विशेषज्ञों की राय
स्वास्तिका इन्वेस्टमार्ट के रिसर्च हेड संतोष मीणा के मुताबिक, निफ्टी (Nifty) फिलहाल 200 दिनों के मूविंग एवरेज के आसपास है। यह स्तर बाजार (Market Outlook) की मजबूती के लिए बेहद अहम है। निफ्टी के लिए 24,200 एक प्रमुख रुकावट का स्तर है। अगर यह स्तर पार होता है, तो निफ्टी में और तेजी देखी जा सकती है। वहीं, नीचे की तरफ 23,650 से 23,550 का स्तर मजबूत सपोर्ट के रूप में काम करेगा। अगर यह सपोर्ट टूटता है, तो बाजार में गिरावट आ सकती है।
पुनीत सिंघानिया ने बैंक निफ्टी पर दिया जोर
मास्टर ट्रस्ट ग्रुप के डायरेक्टर पुनीत सिंघानिया ने बैंक निफ्टी (Bank Nifty) के लिए तकनीकी स्तरों पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि बैंक निफ्टी ने पिछले हफ्ते एक इनसाइड कैंडल बनाई है। यह फिलहाल 51,800 पर एक रुकावट का सामना कर रहा है। अगर यह इस स्तर को पार करता है, तो बैंक निफ्टी 52,500 तक जा सकता है। वहीं, नीचे की तरफ 50,900 का स्तर अहम सपोर्ट रहेगा। अगर यह टूटता है, तो बैंक निफ्टी 50,200 तक गिर सकता है।
मूल्यांकन और चालू खाता घाटा
31 दिसंबर को भारत का चालू खाता घाटा (CAD) डेटा जारी होगा। विशेषज्ञों के मुताबिक(Market Outlook), यह डेटा रुपए की चाल और बाजार के सेंटीमेंट पर सीधा असर डालेगा। रुपए में कमजोरी की वजह से निवेशक सतर्क बने हुए हैं।
अंतरास्ट्रीय बाजारों से संकेत
अमेरिकी बाजारों में निवेशकों (Market Outlook) की नजर फेडरल रिजर्व की ब्याज दर नीति पर होगी। फेड की किसी भी टिप्पणी का सीधा असर भारतीय बाजार पर पड़ेगा। इसके अलावा, चीन और जापान के आर्थिक संकेतक भी बाजार की दिशा तय करने में मदद करेंगे। ये भी पढ़े:- Vodafone ग्रुप ने 11,650 करोड़ रुपए का कर्ज चुकाया, VIL के शेयरों के बदले जुटाई थी राशि निवेशकों के लिए सलाह
विशेषज्ञों का मानना है कि अगले हफ्ते निवेशकों को सतर्क रहकर ट्रेड करना चाहिए। जिन सेक्टर्स में मजबूत फंडामेंटल्स हैं, उनमें निवेश करना फायदेमंद हो सकता है। खासकर बैंकिंग, ऑटो और फॉर्मा सेक्टर पर ध्यान देना चाहिए।
Disclaimer: यह समाचार केवल जानकारी के उद्देश्य से है। कृपया निवेश से पहले विशेषज्ञ से सलाह लें।