क्या है पूरा मामला ?
चंदौली जिले के जिलाधिकारी कार्यालय में शनिवार को सपा सांसद वीरेंद्र सिंह की अध्यक्षा में दिशा कमेटी की बैठक हुई। बैठक में सकलडीहा के बाहुबली सपा विधायक प्रभुनारायण सिंह यादव, मुग़लसराय के भाजपा विधायक रमेश जायसवाल, सैयदराजा के बाहुबली भाजपा विधायक सुशिल सिंह, जिलाधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे, एसपी आदित्य लांग्हे, प्रभारी सीडीओ बीबी सिंह, विधायक कैलाश्शा खरवार, संतोष यादव और कई ब्लॉक प्रमुख मौजूद थे।
सड़क निर्माण को लेकर शुरू हुई बहस
बैठक में पड़ाव से मुगलसराय तक की सिक्स लेन सड़क को फोर लेन करने के मुद्दे पर विवाद गहरा गया। सपा विधायक प्रभुनारायण सिंह ने सड़क निर्माण में भ्रष्टाचार और मानकों की अनदेखी का आरोप लगाया। इस पर भाजपा विधायक रमेश जायसवाल ने उन्हें दूसरे विधानसभा क्षेत्र के मामलों में हस्तक्षेप न करने की सलाह दी, जिससे दोनों नेताओं के बीच तीखी बहस छिड़ गई।
सपा विधायक पर लगें आरोप
भाजपा नेताओं ने सपा विधायक से माफी की मांग की, जबकि सपा प्रतिनिधियों ने रमेश जायसवाल से माफी की मांग पर जोर दिया। बैठक को सुचारू रूप से चलाने के लिए सांसद वीरेंद्र सिंह ने कई बार हस्तक्षेप किया, लेकिन दोनों पक्ष अपने-अपने रुख पर अड़े रहे। घटना का पूरा वीडियो देखंने के लिए सुशिल सिंह और छोटेलाल खारवार के बीच भी हुई बहस
कांग्रेस ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘X’ पर एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि चंदौली के दिशा की बैठक में भाजपा विधायक सुशील सिंह राबर्ट्सगंज सांसद छोटेलाल खरवार के साथ भिड़ गए क्योंकि सांसद जी किसी काम में भ्रष्टाचार का आरोप लगा रहे थे। भाजपा के छोटे से बड़े नेता तक अपनी करनी को खुद नहीं सुन पाते हैं और अगर उन्हें आईना दिखाने वाला आदमी पिछड़ा या दलित हो तब तो उसकी खैर ही नहीं। ऐसी गुंडई कराने वाला ‘गुंडा लाइसेंस’ पब्लिक जल्दी ही निरस्त करेगी।
क्या है राजनितिक समीकरण
दरअसल, चंदौली जिले में तीन विधानसभा है मुग़लसराय, सकलडिहां और सैयदराजा। चंदौली लोकसभा में इस तीन विधानसभा के अलावा वाराणसी जिले का अजगरा और शिवपुर विधानसभा आता है। सकलडिहां छोड़ दें तो चरों विधानसभाओं पर भाजपा के विधायक हैं लेकिन चंदौली लोकसभा के सांसद सपा से वीरेंद्र सिंह हैं। वीरेंद्र सिंह समाज से आते हैं और इस लोकसभा में क्षत्रिय समाज का बाहुबल और संख्या दोनों ही मजबूत है।