कैसे काम करते हैं साइबर ठग?
साइबर ठगों का सबसे प्रमुख तरीका है फिशिंग। इसमें ठग व्यक्ति को एक आकर्षक ऑफर देते हैं, जैसे- लोन मिल रहा है, जन्म प्रमाणपत्र अपडेट करना है, आपको पुरस्कार मिला है इत्यादि। ठग ऐसे फर्जी लिंक भेजते हैं और कहते हैं कि आप इस लिंक पर क्लिक करके अपनी जानकारी दे दें। जब व्यक्ति उस लिंक पर क्लिक करता है, तो उसकी बैंक जानकारी, व्यक्तिगत जानकारी और पासवर्ड आदि चुरा लिए जाते हैं। इसके बाद ठग व्यक्ति के खाते से पैसे निकाल लेते हैं। एक और तरीका वॉयरिंग होता है, जिसमें ठग किसी परिचित व्यक्ति के नाम से फोन करते हैं और आपसे कुछ व्यक्तिगत जानकारी, जैसे वन टाइम पासवर्ड या बैंक डिटेल्स मांगते हैं।
साइबर ठगी से बचने के उपाय
- कभी भी किसी अज्ञात लिंक पर क्लिक न करें
कभी भी किसी अज्ञात व्यक्ति या संस्था से प्राप्त लिंक पर क्लिक न करें। अगर लिंक किसी बैंक या सरकारी संस्थान से संबंधित दिखता है, तो उसे सही तरीके से जांचने के बाद ही खोलें। - जांच करें, फिर भरोसा करें
अगर आपको किसी से कॉल आए और वह आपको लोन, नौकरी, या कोई अन्य ऑफर दे, तो पहले उसकी सत्यता की जांच करें। किसी भी प्रस्ताव पर विश्वास करने से पहले पूरी जानकारी इक_ा करें और जांचें कि क्या वह सही है। - सुरक्षित वेबसाइटों का उपयोग करें
ऑनलाइन लेन-देन के दौरान हमेशा सुनिश्चित करें कि आप जिस वेबसाइट का उपयोग कर रहे हैं, वह सुरक्षित है। वेबसाइट का एचटीटीपीएस से शुरू होना चाहिए और वेबसाइट के पास एक लॉक का चिन्ह होना चाहिए। - नकली कॉल से सावधान रहें
कभी भी कॉल या संदेश पर बैंक या अन्य निजी जानकारी साझा न करें। अधिकतर बैंक और सरकारी संस्थान कॉल करके कभी भी व्यक्तिगत जानकारी नहीं मांगते हैं। अगर ऐसा हो, तो तुरंत संबंधित संस्था के आधिकारिक नंबर पर कॉल करें। - साइबर सुरक्षा एप्लिकेशन का इस्तेमाल करें
आजकल मोबाइल फोन में विभिन्न सुरक्षा एप्लिकेशन उपलब्ध हैं, जैसे एंटीवायरस और साइबर सुरक्षा ऐप्स, जो आपके डेटा को सुरक्षित रखते हैं। इन एप्लिकेशन का इस्तेमाल करके आप अपनी ऑनलाइन गतिविधियों को सुरक्षित रख सकते हैं। - सशक्त पासवर्ड का उपयोग करें
अपने बैंकिंग या अन्य महत्वपूर्ण खातों के लिए मजबूत और सशक्त पासवर्ड का चयन करें। अपने पासवर्ड में अक्षरों, अंकों और विशेष प्रतीकों का मिश्रण करें।
क्या करें अगर आप ठगी का शिकार हो गए हैं?
अगर आपको लगता है कि आप साइबर ठगी का शिकार हो गए हैं, तो तुरंत अपने बैंक या वित्तीय संस्थान से संपर्क करें। इसके बाद साइबर क्राइम सेल में रिपोर्ट दर्ज कराएं। साइबर ठगों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए पुलिस आपकी मदद कर सकती है।
रक्षा कवच’ द्वारा जागरूकता
‘रक्षा कवच’ जैसे अभियान और कार्यक्रम लोगों को साइबर ठगी से बचने के उपाय बताते हैं। छतरपुर में आयोजित ऐसे कार्यक्रमों में विशेषज्ञ साइबर सुरक्षा के बारे में लोगों को समझाते हैं और ठगों से बचाव के लिए जरूरी कदम बताते हैं। आजकल साइबर ठगों के तरीके बहुत ही चालाक और परिष्कृत हो गए हैं, लेकिन यदि आप सावधानी बरतें और ठगी से संबंधित कुछ बुनियादी जानकारियां रखें, तो आप इनसे बच सकते हैं। इसलिए, साइबर सुरक्षा के महत्व को समझें और हर कदम पर सतर्क रहें।