इन सिस्टम से पड़ रही ठंड
चक्रवातीय परिसंचरण के कारण इस क्षेत्र में पूर्वी हवाएं प्रभावी हो सकती हैं, जो तापमान और आद्र्रता में बदलाव ला सकती हैं। मौसम विभाग ने इस बात की संभावना जताई है कि यह परिसंचरण आने वाले दिनों में मौसम को और अधिक परिवर्तनशील बना सकता है। इसके अलावा, पाकिस्तान और उससे सटे क्षेत्रों में समुद्र तल से 1.5 और 3.1 किमी की ऊंचाई पर चक्रवातीय परिसंचरण सक्रिय हो रहा है। यह परिसंचरण इस क्षेत्र के मौसम में एक महत्वपूर्ण बदलाव लाने वाला है, जिससे यहां की हवाएं और वातावरण में हलचल हो सकती है। पूर्वी भारत के ऊपर समुद्र तल से 12.6 किमी की ऊंचाई पर, 222 किमी प्रति घंटा की गति से सब-ट्रॉपिकल जेट स्ट्रीम हवाएं बह रही हैं। ये तेज हवाएं विशेष रूप से मौसम में बदलाव और बारिश की स्थिति को उत्पन्न कर सकती हैं।
मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट
मौसम विभाग ने आगामी 48 घंटों के लिए जिले में शीतलहर और पाले की स्थिति को लेकर अलर्ट जारी किया है। विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि वे अपनी फसलों का विशेष ध्यान रखें और अगर संभव हो तो रात के समय फसलों पर पानी डालें ताकि पाले से बचाव हो सके।
क्या करें किसान
- किसान पाले से बचने के लिए खेतों में पानी डाल सकते हैं।
- फसलों को ढकने के लिए कनात (कंबल या टेंट) का इस्तेमाल कर सकते हैं।
- खेतों के आसपास धुआं करने से भी तापमान को नियंत्रित किया जा सकता है।
स्वास्थ्य संबंधी सावधानियां भी जरूरी
सर्दी में बढ़ोतरी के साथ, स्वास्थ विभाग ने लोगों से सर्दी के कारण होने वाली बीमारियों से बचने की सलाह दी है। विशेषकर बुजुर्गों और बच्चों को अतिरिक्त सावधानी बरतने की आवश्यकता है।