scriptबोर्ड पैटर्न पर हो रही पांचवी और दसवीं परीक्षा में दस हजार बच्चे अनुपस्थित, द्वितीय मौका में शामिल करने की तैयारी | Patrika News
छतरपुर

बोर्ड पैटर्न पर हो रही पांचवी और दसवीं परीक्षा में दस हजार बच्चे अनुपस्थित, द्वितीय मौका में शामिल करने की तैयारी

कक्षा 5वीं और 8वीं की बोर्ड पैटर्न पर हो रही परीक्षा में इस बार लगभग दस हजार बच्चे अनुपस्थित रहे हैं। विभाग का दावा है कि बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए पूरी कोशिश की जा रही है, लेकिन अनुपस्थित बच्चों का कहीं पता नहीं चल रहा है।

छतरपुरMar 06, 2025 / 10:48 am

Dharmendra Singh

dpc

डीपीसी ऑफिस

जिले में कक्षा 5वीं और 8वीं की बोर्ड पैटर्न पर हो रही परीक्षा में इस बार लगभग दस हजार बच्चे अनुपस्थित रहे हैं। विभाग का दावा है कि बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए पूरी कोशिश की जा रही है, लेकिन अनुपस्थित बच्चों का कहीं पता नहीं चल रहा है। इस स्थिति को लेकर विभाग ने द्वितीय मौका देने की तैयारी शुरू कर दी है, ताकि जो बच्चे किसी कारणवश परीक्षा में शामिल नहीं हो सके, उन्हें एक और अवसर दिया जा सके।

79769 परीक्षार्थी थे पंजीकृत


जिले में कक्षा 5वीं और 8वीं की बोर्ड पैटर्न पर आयोजित हो रही परीक्षा के लिए 74 जन शिक्षा केंद्रों के 293 स्कूलों में केंद्र बनाए गए हैं। इन केंद्रों पर कुल 79769 परीक्षार्थी पंजीकृत थे। दोनों कक्षाओं के शुरूआती पेपरों में कुल 69803 परीक्षार्थी उपस्थित रहे, जबकि 9964 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे।

पलायन से जुड़ी समस्या


जिले में बच्चों की अनुपस्थिति के पीछे विभाग का तर्क है कि ग्रामीण अंचलों में पलायन एक बड़ी समस्या बन गई है। कुछ बच्चे अपने परिवारों के साथ पलायन कर गए हैं, जिसके कारण वे परीक्षा में अनुपस्थित रहे हैं। इसके अलावा कुछ बच्चे ऐसे दूरस्थ केंद्रों पर पंजीकृत हैं, जिनकी दूरी उनके घर से 5 से 10 किलोमीटर तक है, जिससे बच्चों का परीक्षा केंद्र तक पहुंचना एक चुनौती बन जाता है। विभाग ने इन दूरस्थ केंद्रों के लिए विशेष व्यवस्था की है और शिक्षक भी उन बच्चों के लिए अलग से ड्यूटी पर लगाए गए हैं। साथ ही, वाहनों की व्यवस्था भी की गई है, ताकि बच्चे समय पर और सुरक्षित रूप से परीक्षा केंद्र तक पहुंच सकें।

फर्जी प्रवेश की आशंका, क्या बच्चों की संख्या सही है?


स्कूली शिक्षा विभाग से जुड़े जानकारों का कहना है कि कुछ केंद्रों में बच्चों की संख्या का कोटा पूरा करने के चक्कर में शिक्षक उन बच्चों की हाजिरी डाल देते हैं, जो वास्तव में स्कूल में पढ़ाई नहीं कर रहे हैं। ऐसे बच्चों को बोर्ड पैटर्न की परीक्षा में अनुपस्थित पाया गया है, जिससे विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं। इस स्थिति को लेकर विभाग ने आश्वस्त किया है कि वे इसकी जांच करेंगे और अनुपस्थित बच्चों के बारे में स्पष्ट आंकड़े उपलब्ध कराएंगे।

द्वितीय मौका के लिए तैयारियां शुरू


डीपीसी एएस पांडेय ने बताया कि इस परीक्षा में अनुपस्थित रहे बच्चों को एक माह बाद दूसरी बार परीक्षा देने का मौका दिया जाएगा। विभाग ने इस अवसर के लिए तैयारी शुरू कर दी है और उन बच्चों के लिए विशेष व्यवस्था की जा रही है। एएस पांडेय ने कहा कि, हमें पूरी कोशिश करनी होगी कि बच्चों की उपस्थिति में सुधार हो और उन्हें हर संभव सहायता दी जाए। छतरपुर जिला अन्य जिलों की तुलना में इस मामले में बेहतर स्थिति में है, लेकिन हम फिर भी 100 प्रतिशत उपस्थिति के लिए प्रयासरत हैं।

एक माह बाद होगी परीक्षा, बच्चों को मिलेगा दूसरा मौका


छतरपुर जिले में कक्षा 5वीं और 8वीं की परीक्षा में अनुपस्थित रहे बच्चों को द्वितीय अवसर देने के लिए एक माह बाद परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। विभाग ने इसके लिए पहले से तैयारी शुरू कर दी है, ताकि बच्चे आसानी से परीक्षा में शामिल हो सकें और उन्हें किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न हो।

पत्रिका व्यू


जिले में हो रही कक्षा 5वीं और 8वीं की बोर्ड पैटर्न की परीक्षा में अनुपस्थित बच्चों की संख्या काफी बड़ी है। हालांकि, विभाग की तरफ से बच्चों को उपस्थिति बढ़ाने के लिए पूरी कोशिश की जा रही है, लेकिन विभिन्न कारणों से बच्चे परीक्षा में शामिल नहीं हो पा रहे हैं। पलायन, दूरदराज के केंद्र और अनुपस्थित बच्चों के पंजीकरण के मामले में सुधार की आवश्यकता है। विभाग द्वारा द्वितीय मौके की योजना बनाई गई है, जो उन बच्चों के लिए राहत का कारण बन सकती है। अब देखना यह होगा कि अगले अवसर पर बच्चों की उपस्थिति में कितना सुधार होता है और विभाग की नई व्यवस्था कितनी प्रभावी साबित होती है।

Hindi News / Chhatarpur / बोर्ड पैटर्न पर हो रही पांचवी और दसवीं परीक्षा में दस हजार बच्चे अनुपस्थित, द्वितीय मौका में शामिल करने की तैयारी

ट्रेंडिंग वीडियो