नई भाजपा का सपना टूटा
शेषराव यादव के पुन: जिलाध्यक्ष बनने से जिले में नई भाजपा के उभरने की उम्मीदों को झटका लगा है। पुराने नेताओं के अनुभव और उपस्थिति को पुन: महत्व मिल गया है। पिछले एक साल से पुराने भाजपा नेता नए कार्यकर्ताओं की सक्रियता से अपने अस्तित्व को खतरे में महसूस कर रहे थे। यदि कोई नया अध्यक्ष बनता, तो उन्हें हाशिए पर जाना पड़ता। यादव के फिर से जिलाध्यक्ष बनने से पुराने नेताओं का सम्मान और प्रभाव बना रहेगा।
राजनीतिक खींचतान और समर्थकों के प्रयास
जिलाध्यक्ष पद के लिए लंबे समय से राजनीतिक खींचतान चल रही थी। एक ओर सांसद बंटी साहू अपने समर्थक टीकाराम चंद्रवंशी को इस पद पर लाने की कोशिश कर रहे थे, तो दूसरी ओर सागर सांसद लता वानखेड़े और शेषराव यादव के समर्थक लगातार सक्रिय थे। इन प्रयासों के बीच पद की घोषणा में देरी हुई, लेकिन आखिरकार शेषराव यादव को पार्टी के लिए शुभंकर मानते हुए उनकी ताजपोशी कर दी गई। शेषराव यादव के जिलाध्यक्ष बनने की घोषणा के बाद उनके समर्थकों ने उन्हें शुभकामनाएं दीं। इस फैसले ने भाजपा के भीतर पुराने और अनुभवी नेताओं को नई ऊर्जा दी है।
छिंदवाड़ा भाजपा के लिए शुभंकर
शेषराव यादव भाजपा के पुराने कार्यकर्ता हैं। पूर्व मुख्यमंत्री सुंदरलाल पटवा के चुनाव से सक्रिय रहे हैं। उनके नेतृत्व में भाजपा ने लोकसभा और विधानसभा का उपचुनाव जीता। इसके अलावा भाजपा सदस्यों की संख्या करीब 4 लाख तक पहुंची। इसके चलते उन्हें भाजपा के लिए शुभंकर माना गया।