निगम की जलप्रदाय शाखा के मुताबिक इस शर्त को पूरा करने के लिए निगम ने मध्यम वर्ग और बड़े व्यावसायिक वर्ग वाले इलाके को देखा है। फिलहाल गोलगंज, चंदनगांव के वार्ड 34 एवं 36 के चुनिंदा इलाके, कलेक्ट्रेट के सामने सिविल लाइन, पंचशील कॉलोनी जैसे क्षेत्र की आबादी को लिया जा सकता है, जिससे नगर निगम को 24 घंटे का जल शुल्क मिल पाए। इस आबादी क्षेत्र से निगम इस शर्त को पूरा कर सकता है। फिलहाल फैसला मेयर-इन-काउंसिल की बैठक में होगा, तभी पेयजल डिस्ट्रीब्यूशन पाइप लाइन को अनुमति मिल सकती है।
अब तक योजना में चार प्रोजेक्ट को मंजूरी
पिछले वर्ष भरतादेव से कन्हरगांव मेन पाइप लाइन समेत चार प्रोजेक्ट को राज्य शासन ने मंजूरी दी थी। इसकी ड्राइंग डिजाइन को नगरीय प्रशासन विभाग भोपाल ने अप्रूव किया था। इनमें भरतादेव-कन्हरगांव पेयजल पाइप लाइन के साथ छोटा बाजार खिरकापुरा-पुलिस लाइन, गोशाला पानी टंकी, भरतादेव प्लांट में पेयजल टंकी के निर्माण शामिल है।
दिल्ली की कंपनी को ठेका, 74 करोड़ का बजट
नगर निगम के इस 74 करोड़ रुपए की अमृत 2.0 योजना का ठेका दिल्ली की जियो मिलर कंपनी को मिला हुआ है। इसके वर्क ऑर्डर अक्टूबर 2024 में नगर निगम ने जारी किए। वर्ष 2023 में इस योजना में पहले 110 करोड़ रुपए का प्रोजेक्ट बनाया गया था। केंद्र सरकार ने 64 करोड़ रुपए की मंजूरी दी थी। काफी मशक्कत के बाद सरकारी बजट केवल 74 करोड़ रुपए तक आया।
योजना 180 किमी का पाइपलाइन विस्तार
इस योजना में शहरी इलाकों में पानी टंकी और पाइप लाइन विस्तार का 180 किमी का वितरण सिस्टम तैयार होगा। इसके साथ पेयजल टंकी का निर्माण होगा। भरतादेव 11 एमएलडी प्लांट का संधारण तथा भरतादेव प्लांट से लेकर कन्हरगांव डैम तक क्षतिग्रस्त पाइप लाइन को बदला जाएगा।