दो दुकानों पर पहुंचे थे आरोपी
पहले मामले में रामाकोना के वार्ड नंबर सात निवासी नारायण (55) पिता नत्थू रुंघे ने पुलिस को शिकायत कर बताया था कि शनिवार की शाम चार बजे वह उनकी बालाजी मोबाइल शॉप पर थे, इसी दौरान एक युवक आया तथा 500 के 20 नोट जो कि 10 हजार रुपए थे देकर क्यू आर कोड दिखाकर जमा करने के लिए कहने लगा। पैसे रखकर क्यू आर कोड में दस हजार रुपए डाल दिए, बाद में नोटों को हाथ में लेने पर उसमें से कुछ नकली लगे तथा नोट के सफेद हिस्से में गांधी जी का फोटो नहीं दिखा। दूसरे मामले में आकाश (29) पिता अरुण भक्ते निवासी सीतापार पांगड़ी ने शिकायत में बताया कि उसकी रामाकोना सीतापार मार्ग स्थित माउली ऑन लाइन सेंटर दुकान है, शनिवार छह बजे दुकान पर एक व्यक्ति आया तथा क्यूआर कोड देकर 500 के 40 नोट जो कि बीस हजार रुपए थे, जमा करने की कहने लगा। जब नोट को देखा तो उसमें से कुछ नोट नकली प्रतीत होने पर ऑनलाइन ट्रांसफर किए गए पैसे युवक से वापस ले किए। इस दौरान 500 के 20 नोट असली व 20 नोट नकली थे। युवक पैसे लेकर वहां से भाग गया था।मास्टर माइंड खोलेगा राज
पकड़े गए दोनों आरोपी सिर्फ नकली नोट को खपाने के कार्य में लगे थे, लेकिन मास्टर माइंड फरार बताया जा रहा है, जिसके पकड़े जाने के बाद नकली नोटों के कारोबार के अन्य तार पुलिस के सामने आएंगे। पुलिस ने दोनों आरोपियों को सौंसर में निर्माणाधीन सीएम राइस स्कूल के पास से पकड़ा है। पुलिस पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ कर रही है कि उन्होंने और कहीं भी नकली नोट सप्लाई किए है। पुलिस आरोपियों से मिले मोबाइल फोन की कॉल डिटेल खंगाल रही है। पिछले दिनों इंदौर में नकली नोट को लेकर कार्रवाई में परासिया निवासी युवक पकड़ाए थे उनसे कोई तार तो नहीं जुड़े है उसके संबंध में भी पुलिस जांच में जुटी है।