राज्य शासन की ओर से अधिकारी-कर्मचारियों की तबादलों की तारीख पहले 30 मई तय की गई थी। अब उसे केबिनेट में प्रस्ताव लेकर इस तारीख को 10 जून तक कर दिया गया है। पिछले एक माह से इस तबादला की सूची को लेकर अधिकारी-कर्मचारी वर्ग में हलचल मची हुई है। इधर, राजनीतिक स्तर पर भी नेताओं के अधिकार पर चर्चा की जा रही है। इस बारे में हाल ही में आए संगठन मंत्री हितानंद ने जिला भाजपा कोर ग्रुप के सदस्यों की बैठक ली थी। भाजपा सूत्रो के मुताबिक इस बैठक में संगठन मंत्री ने हर पुराने नेता एवं कार्यकर्ताओं को पार्टी से जुड़े हर कार्यक्रम की सूचना देने के निर्देश दिए बल्कि तबादलों में कोर ग्रुप की भूमिका पर भी अपनी राय स्पष्ट की।
बैठक से बाहर आई सूचना के मुताबिक कर्मचारियों के तबादलों पर एकाधिकार नहीं होगा बल्कि कोर गु्रप के सदस्यों की सिफारिशों पर कर्मचारियों के स्थानांतरण हो सकेंगे। इससे संगठन के सभी गुटों को भी बराबर महत्व मिल पाएगा। इस बैठक के बाद सभी नेताओं ने कर्मचारियों के नाम जमा करने और उसे भेजने की तैयारी शुरू कर दी है।
इस संबंध में जिला भाजपा अध्यक्ष शेषराव यादव से चर्चा की गई तो उन्होंने कहा कि कर्मचारियों के तबादलों पर जिला भाजपा कोर गु्रप के सदस्य सिफारिश कर सकेंगे और उन्हें महत्व दिया जाएगा। इस बारे में संगठन मंत्री ने स्पष्ट कर दिया गया है।
तबादलों पर अंतिम मुहर लगाएंगे प्रभारी मंत्री
इस बार तबादला सूची में अलग-अलग नेताओं की सिफारिशें होगी लेकिन इस पर अंतिम मुहर प्रभारी मंत्री राकेश सिंह लगाएंगे। इस बारे में सरकार ने भी अपनी ट्रांसफर नीति में स्पष्ट कर दिया है। इस समय कर्मचारी वर्ग सत्तारूढ़ नेताओं के संपर्क में है। हर कर्मचारी को 10 जून के बाद के सप्ताह का इंतजार है, जब तबादला सूची पर प्रभारी मंत्री के दस्तखत होंगे। फिर विभागीय अधिकारी अपने दस्तखत से कर्मचारियों की सूची जारी करेंगे।……