जिला पंचायत के सदस्यों की मानें तो स्थायी समितियों में वन, महिला बाल विकास एवं स्वास्थ्य, संचार सकर्म, शिक्षा, कृषि समेत अन्य है, जिनमें 26 जिला पंचायत सदस्यों का समावेश किया गया है। इन समितियों की बैठक बीती 28 मार्च से नहीं हुई है। इससे सदस्यों में असंतोष बताया गया है। इसको लेकर हाल ही में कुछ सदस्यों ने जिला पंचायत सीइओ से मुलाकात की थी और सीइओ के नाम ज्ञापन भी सौंपा था। साथ ही उनसे बैठक जल्द कराने का अनुरोध किया था।
इस ज्ञापन को दिए 15 दिन से अधिक हो चुके हैं। अभी तक जिला पंचायत की ओर से स्थायी समितियों की बैठक नहीं की जा रही है। इससे सदस्य अपने क्षेत्र के मुद्दे उठा नहीं पा रहे हैं। जनसमस्याओं पर अधिकारियों से जवाब नहीं मांगे जा रहे हैं। लोकतांत्रिक व्यवस्था ठप नजर आ रही है। नौकरशाही हावी होती जा रही है। इससे साफ तौर पर जनता की ओर से चुने गए जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा हो रही है।
इनका कहना है…
जिला पंचायत सदस्यों की ओर से हाल ही में स्थायी समितियों की बैठक न होने का मुद्दा सामने आया था। अगर ये बैठक लगातार नहीं होती है तो मुझे जिला पंचायत अध्यक्ष के नाते बैठक बुलाने का अधिकार है। मैं अपने अधिकार का प्रयोग करूंगा।
-संजय पुन्हार, अध्यक्ष जिला पंचायत।
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अप्रेल से लेकर जून तक अधिकारी वर्ग प्रभारी मंत्री, पंचायत मंत्री और सीएम के दौरे में व्यस्त रहा। इससे जिला पंचायत की सामान्य सभा और स्थायी समितियों की बैठक नहीं हो पाई। अब 6 जून को सामान्य सभा की बैठक हो रही है। फिर समितियों की बैठक कराएंगे।