14 मई की रात, मोतीलाल की पत्नी सोनिया ने उसके पिता लादूलाल को कॉल किया और कहा कि वे ऑफिस से लौटे नहीं हैं और फोन भी नहीं लग रहा है, आप ट्राई कीजिए। इंजीनियर के पिता ने भी कई फोन किए लेकिन वे नहीं लगे। बाद में पुलिस थाने पहुंचकर इंजीनियर की मिसिंग रिपोर्ट दी गई। 15 मई की सुबह, एक खेत के पास कुएं में उसका शव मिला। सिर पर गहरा वार, पीठ पर चोट और कोहनी पर कट, कोई हादसा नहीं साफ तौर पर सुनियोजित मर्डर था। पुलिस ने कॉल डिटेल खंगाली और शक की सुई गई पड़ोसी बैंक कैशियर वीर सिंह मीणा पर टिक गई। पूछताछ हुई और फिर जो कहानी सामने आईए वो किसी क्राइम.थ्रिलर से कम नहीं।