सादुलपुर के व्यवसायी भादरमल गोयल की पौत्री तथा गोविंद एवं माया देवी की पुत्री हर्षिता वर्तमान में गुजरात के बड़ौदा में रह रही है। वे वहीं पली-बढ़ी हैं और फिलहाल एक चार्टेड अकाउंटेंट भी हैं। उन्होंने बड़ौदा की एमएस यूनिवर्सिटी से कॉमर्स में ग्रेजुएशन किया है।
मंगलवार को घोषित रिजल्ट में उन्होंने यह उत्कृष्ट उपलब्धि हासिल की। हर्षिता की इस उपलब्धि पर पूरे शहर में खुशी है। क्षेत्र के बैरासरिया परिवार की उपलब्धियों की एक उल्लेखनीय श्रृंखला है, जिसमें राजस्थान उच्च न्यायालय के सेवा निवृत्त न्यायाधीश अनूप गोयल और वर्तमान में उनके पुत्र-पुत्रवधु राजस्थान हाई कोर्ट के न्यायाधिपति महेंद्र गोयल एवं शुभा मेहता भी शामिल हैं।
उनके परिवार में उनके पिता और भाई हैं, उनकी माता का निधन हो चुका है। उनके परिवार वाले उनकी सफलता से बहुत खुश हैं। उनका कहना है कि अगर इरादे मजबूत हों तो सफलता पाने से आपको कोई नहीं रोक सकता है।
‘समाज की मदद करना लक्ष्य’
हर्षिता ने बताया कि उनको ऐक्रेलिक पेंटिंग का शौक है। वे इसे रचनात्मकता और जिंदादिली दिखाने का शानदार तरीका मानती हैं। इसके अलावा, सिविल सेवा में उनकी दिलचस्पी इसलिए है क्योंकि वे शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में समाज की मदद करना चाहती हैं।
वहीं, झुंझुनूं के आदित्य विक्रम ने 9वीं, जोधपुर के त्रिलोक सिंह करणोत ने 20वीं और बहरोड़ (अलवर) के उत्कर्ष यादव ने 32वीं रैंक हासिल की है। त्रिलोक और उत्कर्ष का यह तीसरा प्रयास रहा। उधर जयपुर के 23 साल के दृष्टिहीन मनु गर्ग ने 91वीं रैंक हासिल कर चौंका दिया।
1009 उम्मीदवार हुए सलेक्ट
सिविल सर्विस परीक्षा पिछले साल 16 जून को आयोजित की गई थी। जिसमें कुल 9,92,599 उम्मीदवारों ने आवेदन किया था और 5,83,213 परीक्षा में उपस्थित हुए। कुल 14,627 उम्मीदवार लिखित (मुख्य) परीक्षा के लिए योग्य पाए गए। जो सितंबर 2024 में आयोजित की गई थी। इनमें से 2,845 उम्मीदवार इंटरव्यू के चुने गए। अब 1,009 उम्मीदवारों को विभिन्न सेवाओं में नियुक्ति दी जाएगी।
बता दें कि यूपीएससी ने कुल 1009 कैंडिडेट्स UPSC CSE में सलेक्ट हुए हैं। इसमें जनरल के 335, आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) के 109, OBC के 318 , SC यानी अनुसूचित जाति के 160 और ST यानी अनुसूचित जनजाति के 87 कैंडिडेट्स सिलेक्ट हुए हैं।