अफ्रीकी बल्लेबाजों के लिए बड़ी चुनौती
कराची में खेले गए टूर्नामेंट के पहले मैच की दूसरी पारी में देखने को मिला था कि स्पिनर्स के लिए पिच में काफी कुछ था। ऐसे में अफगानिस्तान की टीम अफ्रीका के खिलाफ होने वाले अपने इस मुकाबले को लेकर काफी आत्मविश्वास में होगी। अफगानिस्तान के पास राशिद खान और नूर अहमद के रूप में दो कलाई के स्पिनर हैं। इसके साथ ही इस टीम में मोहम्मद नबी जैसा एक अनुभवी ऑफ स्पिनर भी है। दक्षिण अफ्रीका की टीम में कम से कम चार बल्लेबाज ऐसे हैं जो स्पिनर को काफी अच्छे से खेल लेते हैं। कप्तान तेम्बा बावुमा, एडन मारक्रम, हेनरिक क्लासेन और डेविड मिलर से अफ्रीकी टीम को काफी उम्मीदें होंगी। त्रिकोणीय सीरीज में क्लासेन और बावुमा का प्रदर्शन भी अच्छा रहा था। अगर ये चार बल्लेबाज अच्छा खेले तो दक्षिण अफ्रीकी टीम खुद को अच्छी स्थिति में पाएगी।
टूर्नामेंट शुरू होने से पहले ही अफगानिस्तान को अल्लाह गजनफर के रूप में एक बड़ा झटका लगा था जो चोट के कारण पूरे टूर्नामेंट से बाहर हो गए। उनकी जगह पर टीम में नांगेलिया खरोटे को शामिल किया गया है। अफगानिस्तान की टीम काफी हद तक अपने टॉप ऑर्डर बल्लेबाजों और स्पिनर्स पर ही निर्भर करेगी। पाकिस्तान और न्यूज़ीलैंड के खिलाफ खेली गई त्रिकोणीय सीरीज में अच्छा प्रदर्शन करने वाले अधिकतर खिलाड़ियों को दक्षिण अफ्रीका अपनी प्लेइंग इलेवन में बनाए रखने की पूरी कोशिश करेगी। हालांकि चैंपियंस ट्रॉफी के पहले मैच के नजरिये से टीम में स्पिनर्स को अधिक वरीयता दी जा सकती है।
अफगानिस्तान की संभावित इलेवन
रहमानउल्लाह गुरबाज, इब्राहिम जादरान, रहमत शाह, हशमतउल्लाह शहीदी (कप्तान), अजमतउल्लाह ओमरजाई , इकराम अलीखिल (विकेटकीपर), गुलबदीन नईब, मोहम्मद नबी, राशिद खान, नूर अहमद, फजलहक फारुकी दक्षिण अफ्रीका की संभावित इलेवल
तेम्बा बावुमा (कप्तान), टोनी जीजॉर्जी , एडन मारक्रम, ट्रिस्टन स्टब्स, हेनरिक क्लासेन (विकेटकीपर), वियान मुल्डर, डेविड मिलर, मार्को यानसन, केशव महाराज, तबरेज शम्सी और कगिसो रबाडा।