जिस तरह से भारतीय बल्लेबाजों ने सिडनी टेस्ट की पहली पारी में बल्लेबाजी की है, उसे देखकर यही लग रहा है कि रोहित शर्मा ही इकलौते टीम के हालिया प्रदर्शन के जिम्मेदार नहीं थे। ऐसे में इंग्लैंड के खिलाफ अगली सीरीज से पहले टीम मैनेजमेंट कई बड़े फैसले ले सकती है। घरेलू क्रिकेट में रनों का अंबार लगाने वाले भारतीय खिलाड़ी टीम का दरवाजा खटखटा रहे हैं, लेकिन जिनपर कप्तान और कोच ने भरोसा जताया है वह लगातार निराश कर रहे हैं। मयंक अग्रवाल, अभिमन्यू इश्वरन, सरफराज खान और रजत पाटीदार, वो खिलाड़ी हैं जिन्होंने अपने बल्ले से घरेलू क्रिकेट में हल्ला मचाया था।
इन बल्लेबाजों का भी हाल बेहाल
रोहित शर्मा का सिडनी टेस्ट से बाहर होना उन खिलाड़ियों के लिए भी चेतावनी है, जो लगातार मौके को भुना नहीं पा रहे हैं। रोहित शर्मा की जगह सिडनी टेस्ट के लिए प्लेइंग 11 में शामिल हुए शुभमन गिल की ही आखिरी 10 पारियों पर नजर डालें तो उनका सिर्फ एक अर्धशतक आया है। उनकी आखिरी 10 पारियों इस तरह है, 20,1,31,28,90,1,30,23,39,6। गिल ही नहीं इस सीरीज में केएल राहुल, नीतीश रेड्डी और यशस्वी जायसवाल को छोड़ दें तो और कोई भी बल्लेबाज ज्यादा रन नहीं बना पाया है। दूसरी ओर लगातार टीम में शामिल ऋषभ पंत इस सीरीज के 5 मैचों की 8 पारियों में सिर्फ 194 रन बना पाए हैं। विराट कोहली के नाम भी इतनी ही पारी में 184 रन है, जिसमें एक शतक भी शामिल है। रवींद्र जडेजा भी वह कमाल नहीं दिखा पा रहे हैं और अब तक सिर्फ 122 रन बना पाए हैं। शुभमन गिल के नाम तो सिर्फ 80 रन ही हैं। उनसे ज्यादा तो वॉशिंगटन सुंदर ने रन बना दिए हैं।
घरेलू क्रिकेट के धुरंधरों का इंतजार जारी
रजत पाटीदार इस सीजन रणजी ट्रॉफी की 5 मैचों में 427 रन बनाकर बाहर बैठे हैं। सरफराज खान को भी न्यूजीलैंड के खिलाफ मौका तो दिया गया लेकिन फिर उन्हें बाहर कर दिया गया। मयंक अग्रवाल तो पहले भी भारतीय टीम की ओपनिंग कर चुके हैं और वह इस सीजन रणजी में 5 मैचों में 615 रन बनाकर टीम में आने का इंतजार कर रहे हैं। ऐसे में लगातार खेल रहे खिलाड़ियों के लिए रोहित शर्मा का बाहर होना एक चेतावनी है, जब एक वर्ल्ड चैंपियन कप्तान को बाहर किया जा सकता है तो किसी भी खिलाड़ी पर कभी भी गाज गिर सकती है और वह फैसला टीम इंडिया के हित में होगा।