जिसके चलते बोर्ड ने हेड कोच गौतम गंभीर के निजी सहायक (PA) को खिलाड़ियों के होटल में ठहरने की अनुमति नहीं दी है। पीटीआई की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि कोचिंग स्टाफ के एक सदस्य का निजी सचिव, जो नियमित रूप से टीम होटल में रहता था, अब एक अलग रह रहा है, जबकि उसे इंग्लैंड की घरेलू सीरीज के दौरान हर जगह टीम के साथ देखा गया था।
रिपोर्ट में गंभीर का नाम नहीं लिया है। लेकिन गौतम गंभीर के अलावा भारतीय कोचिंग स्टाफ के किसी भी सदस्य के पास निजी सचिव नहीं है। इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज के दौरान गंभीर का PA भारत के मैचों के वेन्यू पर मौजूद था, लेकिन खिलाड़ियों और आधिकारिक समारोहों में उन्हें अनुमति नहीं मिली। इसके अलावा इस सीरीज़ में भी वे एक अलग होटल में ठहरे थे।
चैंपियंस ट्रॉफी में खिलाड़ियों को अपनी पत्नी और परिवार को लाने की अनुमत नहीं मिली है। नए नियम के मुताबिक अब खिलाड़ी अपनी फैमिली को लंबे समय के लिए विदेशी दौरे पर अपने साथ नहीं ले जा सकते। नए नियम के अनुसार विदेशी दौरे पर अगर कोई खिलाड़ी 45 दिनों तक रहता है तो उनकी पत्नी और 18 साल से छोटी उम्र का बच्चा एक सीरीज में दो हफ्ते के लिए उनके साथ रह सकते हैं। इस दौरान बीसीसीआई सिर्फ उनके रहने का खर्च उठाएगा। बाकी अन्य खार्च खिलाड़ी को खुद उठाना होगा। इस दौरान अगर कोई खिलाड़ी नियम तोड़ता है तो कोच, कप्तान और जीएम ऑपरेशन इसके जिम्मेदार होंगे।