चैंपियंस ट्रॉफी की शुरुआत बुधवार को कराची के नेशनल स्टेडियम में पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के मुकाबले से होगी। यह टूर्नामेंट पाकिस्तान और उसके क्रिकेट भविष्य के लिए बहुत अहम है। यूसुफ ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) की तारीफ की, जिसने सभी स्टेडियमों को रिकॉर्ड समय में नया रूप दिया। उन्होंने स्थानीय टीवी चैनल से बात करते हुए कहा, “मैं हर पाकिस्तानी की तरह बहुत उत्साहित हूं। 29 साल बाद पाकिस्तान में आईसीसी टूर्नामेंट हो रहा है। पीसीबी ने छह महीने में स्टेडियमों का शानदार नवीनीकरण किया, यह क्रिकेट को आगे बढ़ाने के उनके संकल्प को दर्शाता है। अगर पाकिस्तान फाइनल में पहुंचता है, तो वह अपने ही मैदान पर खेलेगा। मुझे उम्मीद है कि पाकिस्तान की टीम वैसा ही शानदार प्रदर्शन करेगी, जैसा पीसीबी ने स्टेडियमों को तैयार करने में किया है।”
हालांकि, यूसुफ ने यह भी माना कि पाकिस्तान को कड़ी चुनौती मिलेगी, खासकर न्यूजीलैंड और भारत से, जो टूर्नामेंट की सबसे संतुलित टीमें हैं। उन्होंने दावा किया कि न्यूजीलैंड की टीम एशियाई परिस्थितियों में भी मजबूत नजर आती है। उनकी बल्लेबाजी का ऊपरी क्रम मजबूत है, उनके पास अच्छे स्पिनर और तीन बेहतरीन तेज गेंदबाज हैं।
यूसुफ ने कहा, “न्यूजीलैंड सबसे संतुलित टीम लग रही है। उनके पास उपमहाद्वीप की परिस्थितियों के अनुकूल एक अच्छी टीम है। उनके पास तीन बेहतरीन तेज गेंदबाज और अच्छे स्पिनर हैं। बल्लेबाजी में उनके पास शीर्ष छह खिलाड़ी मजबूत हैं। विकेटकीपर एक ऑलराउंडर है; उनके पास दो स्पिन गेंदबाजी ऑलराउंडर भी हैं।”
भारत भी एक मजबूत प्रतिद्वंद्वी के रूप में देखा जा रहा है, लेकिन यूसुफ का मानना है कि पाकिस्तान को घरेलू मैदान पर खेलने का फायदा है, जो एक महत्वपूर्ण कारक साबित हो सकता है। उन्होंने कहा, “भारत के पास भी एक संतुलित टीम है। पाकिस्तान को बढ़त इसलिए है क्योंकि वे घरेलू परिस्थितियों में खेल रहे हैं। लेकिन उन्हें टूर्नामेंट में सोच-समझकर क्रिकेट खेलना होगा।”
पाकिस्तान की हालिया प्रदर्शन पर चर्चा करते हुए यूसुफ ने टीम को कुछ अहम सलाह दी। उन्होंने कहा, “हमने हाल ही में स्पिन विकेटों पर खेला है, इसलिए हमें स्पिनरों के खिलाफ गैप में शॉट खेलने होंगे, स्ट्राइक रोटेट करनी होगी और ज्यादा डॉट गेंदें नहीं खेलनी चाहिए। त्रिकोणीय सीरीज के फाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ हम उनकी स्पिन गेंदबाजी के सामने दबाव में आ गए थे। 30 गज के घेरे में पांच फील्डरों की वजह से काफी खाली जगहें होती हैं, जिनका हमें सही फायदा उठाना होगा।”