टीम इंडिया के पूर्व मुख्य कोच ग्रेग चैपल ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) से इस युवा खिलाड़ी को उसकी पूरी क्षमता तक पहुंचने में मदद करने के लिए एक सुरक्षित और सहायक वातावरण उपलब्ध कराने के महत्व पर जोर दिया। IPL 2025 में गुजरात टाइटंस के खिलाफ अपने रिकॉर्ड-तोड़ शतक के बाद वैभव सूर्यवंशी चर्चा के केंद्र में हैं। हालांकि इस उपलब्धि ने जहां उनकी ओर सभी का ध्यान आकर्षित किया है, वहीं इस बात पर भी चिंताए उभर कर सामने आई हैं कि इस तरह की दुर्लभ प्रतिभा को बिना सुर्खियों में आए कैसे निखारा जाए।
ग्रेग चैपल ने कहा, क्रिकेटिंग इकोसिस्टम, बीसीसीआई, फ्रैंचाइजी, मेंटर और मीडिया का दायित्व है कि वे उनकी रक्षा करें। प्रतिभा को बुलबुले में नहीं लपेटा जा सकता, लेकिन उसे बफर प्रदान किया जा सकता है। उभरती प्रतिभाओं की रक्षा के लिए खेल को कुछ चीजें करनी चाहिए। किशोरावस्था की भावनात्मक अस्थिरता विशेष देखभाल की मांग करती है।
सचिन तेंदुलकर की तरह ध्यान दो..
उन्होंने मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर, विनोद कांबली और पृथ्वी शॉ जैसे युवाओं का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, सचिन तेंदुलकर ने किशोरावस्था में सिर्फ प्रतिभा की वजह से ही सफलता नहीं हासिल की बल्कि एक मजबूत सपोर्ट सिस्टम की वजह से भी सफलता पाई। एक शांत स्वभाव, एक बुद्धिमान कोच, एक परिवार जिसने उन्हें सर्कस से बचाया। वहीं दूसरी ओर विनोद कांबली, जो उतने ही प्रतिभाशाली और शायद ज्यादा तेजतर्रार थे, लेकिन प्रसिद्धि और अनुशासन के बीच संतुलन बनाने के लिए संघर्ष करते रहे। उनका पतन उनके उत्थान जितना ही नाटकीय था। पृथ्वी शॉ एक और चमत्कारी खिलाड़ी हैं जो फिसल गए हैं, लेकिन फिर भी शिखर पर वापस जाने का रास्ता खोज सकते हैं। IPL में ठोका दूसरा सबसे तेज शतक
वैभव सूर्यवंशी ने IPL 2025 में गुजरात टाइटंस के खिलाफ 35 गेंद में शानदार शतक ठोका था। वह आईपीएल में सबसे तेज शतक जड़ने वाले दूसरे खिलाड़ी बन गए हैं। इतना ही नहीं टी-20 क्रिकेट में शतक जड़ने वाले वह सबसे युवा खिलाड़ी भी हैं।