आइपीएल में नेहरा ने गुजरात टाइटंस की कप्तानी करने वाले शुभमन गिल के साथ कोच के तौर पर काफी समय बिताया है। नेहरा ने कहा, ये सही है कि गिल थोड़े शर्मिले हैं लेकिन जब वे मैदान पर उतरते हैं तो कप्तान के तौर पर उनका अपने खिलाडिय़ों के साथ संवाद काफी शानदार रहता है। पिछले एक साल में उन्होंने खुद को काफी निखारा है और इसी कारण उन्हें टेस्ट टीम का कप्तान बनाया गया है। उनके अंदर कप्तान बनने के सभी गुर हैं।
विराट की अनुपस्थिति में किसी को उनकी जगह लेनी थी। मुझे लगता है कि गिल का फैसला बिल्कुल सही है। वे अनुभवी हैं और किसी भी क्रम पर खेलने मेे सक्षम हैं। ओपनिंग पर जायसवाल और केएल राहुल स्थापित हो चुके हैं। ऐसे में मध्यक्रम में आपको एक अनुभवी बल्लेबाज की दरकार थी।
मैंने गुजरात टाइटंस में सुदर्शन की बल्लेबाजी को काफी नजदीक से देखा है। मैं कह सकता हूं कि वे तकनीकी तौर पर काफी मजबूत हैं। इंग्लैंड में गेंद चाहें कितनी भी स्विंग हो लेकिन सुदर्शन के पास उन्हें खेलने की अच्छी क्षमता है। मेरा मानना है कि नंबर तीन पर सुदर्शन को मौका देना चाहिए।
देखिए, मैं कोई ज्योतिषी नहीं हूं और खेल में उलटफेर होना आम बात है। मेरा मानना है कि भारतीय खिलाडिय़ों को परिणाम की परवाह किए बिना अपना सौ फीसदी मैदान पर देना चाहिए। यदि वे बेखौफ होकर खेलते हैं तो यकीन मानिए ऐसा नहीं होगा कि पांच टेस्ट में हम कोई भी नहीं जीतें।
बुमराह का कोई विकल्प नहीं है लेकिन टीम इंडिया में कई ऐसे तेज गेंदबाज हैं, जो अच्छा प्रदर्शन करने की क्षमता रखते हैं। मोहम्मद सिराज अनुभवी है जबकि प्रसिद्ध कृष्णा ऐसे गेंदबाज हैं, जिन्हें शायद हम कम आंकते हैं। रही बात बुमराह की तो हो सकता है कि उनकी फिटनेस अच्छी रही और वे तीन से ज्यादा टेस्ट खेल लें।