उन्होंने कहा कि एडम गिलक्रिस्ट जैसे कुछ बेहतरीन विकेटकीपर रहे हैं, जो स्टंप के पीछे और बल्ले से कमाल के थे। भारतीय परिस्थितियों में हमारे पास एमएस धोनी थे। लेकिन, मेरा मानना है कि अगर पंत अपनी शैली के मुताबिक खेलते रहे, तो उन्हें इतिहास के सबसे महान विकेटकीपर बल्लेबाज के रूप में जाना जाएगा।
ऋषभ पंत ने इंग्लैंड के साथ खेली जा रही पांच टेस्ट मैचों की एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी में अब तक शानदार प्रदर्शन किया है। वह पांच पारियों में 2 शतक और 2 अर्धशतक सहित कुल 416 रन बना चुके हैं।
मनोज तिवारी ने भारतीय कप्तान शुभमन गिल की भी तारीफ की। उन्होंने कहा, “गिल बहुत अच्छी फॉर्म में हैं। उन्होंने कुछ तकनीकी बदलाव किए हैं। पहले वह अंदर आती गेंदों पर बोल्ड हो जाते थे, लेकिन उन्होंने बल्ले और गेंद के बीच के अंतर को कम करने पर काम किया है। इसका फायदा यह है कि वह सीधे विकेट पर खेल पा रहे हैं। वह अब नियंत्रण में हैं। ऐसा लगता है कि उन्होंने बल्लेबाजी के साथ-साथ कप्तान होने की जिम्मेदारी भी जोड़ ली है। एक युवा बल्लेबाज को टीम की कमान संभालते देखना सुखद है।”
लॉर्ड्स टेस्ट की पहली पारी में 5 विकेट लेने वाले जसप्रीत बुमराह की भी मनोज तिवारी ने तारीफ की। उन्होंने कहा, “बुमराह जब खेलते हैं, तो वह आमतौर पर मैदान पर सबसे अच्छा प्रदर्शन करते हैं। उनकी फॉर्म को देखकर लगता है कि वह बल्लेबाजों को परेशान करते रहेंगे। गेंद के साथ उनकी क्षमता और मैदान पर उनका आईक्यू कमाल का है। वह सभी प्रारूपों में भारत के मुख्य खिलाड़ी रहे हैं। जब वह टीम में होते हैं, तो टीम का आत्मविश्वास और भी बढ़ जाता है।”