चोटों से त्रस्त ऑस्ट्रेलिया लीग चरण से बिना किसी मैच हारे सेमीफाइनल में जाने की उम्मीद करेगा। लेकिन टीम के लिए यह करना आसान नहीं है क्योंकि टीम में पांच मुख्य खिलाड़ी नहीं हैं और यही वजह है कि गाॉल में दो टेस्ट मैचों में श्रीलंका को क्लीन स्वीप करने के बाद वनडे सीरीज में उन्हें 0-2 से हार का सामना करना पड़ा।
चैंपियंस ट्रॉफी की शुरुआत 19 फरवरी को मेजबान पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच मैच से होगी, ऐसे में ऑस्ट्रेलिया हाल के दिनों में मिली कई सेटबैक से उबरकर खिताब जीतने की कोशिश करेगा।
ऑस्ट्रेलिया की सबसे बड़ी ताकत
ट्रैविस हेड, मार्नस लाबुशेन और ग्लेन मैक्सवेल जैसे सफेद गेंद के विशेषज्ञों की मौजूदगी में ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी मजबूत है। चोट से उबर रहे नियमित कप्तान पैट कमिंस की जगह स्टीव स्मिथ कप्तान के तौर पर वापसी कर रहे हैं। उन्होंने कुछ युवा खिलाड़ियों को टीम में शामिल किया है, जो खुद को साबित करने के लिए बेताब होंगे। एडम जम्पा के रूप में उनके पास एक ऐसा स्पिनर है जो पाकिस्तान की परिस्थितियों का फायदा उठा सकता है। लेग स्पिनर तनवीर संघा और कुछ युवा तेज गेंदबाजों के साथ, स्टीव स्मिथ की ऑस्ट्रेलिया टीम हर मैच में कड़ी टक्कर देने की उम्मीद करेगी।
ऑस्ट्रेलिया की कमजोरियां
पैट कमिंस, जोश हेज़लवुड, मिचेल स्टार्क और हाल ही में क्रिकेट से संन्यास लेने वाले तेज गेंदबाज़ी ऑलराउंडर मिचेल मार्श और मार्कस स्टोइनिस की अनुपस्थिति में अनुभवहीन गेंदबाजी आक्रमण उनकी कमज़ोरी साबित हो सकता है। सीन एबॉट और बेन ड्वारशुइस, नाथन एलिस और आरोन हार्डी के साथ अनुभवी तेज गेंदबाजों की अनुपस्थिति से खाली हुई जगह को भरने की उम्मीद करेंगे। उनकी बल्लेबाजी उनके गेंदबाजी आक्रमण से ज़्यादा संतुलित दिखती है और यही बात उन्हें मज़बूत और बेहतर संतुलित टीमों के खिलाफ़ महत्वपूर्ण मैचों में पटरी से उतार देती है। चोटों से जूझने के बावजूद, ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों में असफलताओं से उबरने की प्रतिभा है। टीमें ऑस्ट्रेलिया को कमतर नहीं आंक सकतीं, क्योंकि उनके पास ऐसे खिलाड़ी हैं जो किसी भी दिन अपने दम पर मैच को बदल सकते हैं। हालांकि स्मिथ और ऑस्ट्रेलियाई टीम मैनेजमेंट के लिए सबसे बड़ी चुनौती अनुभवी और युवा खिलाड़ियों के सही संतुलन के साथ एक मजबूत टीम को मैदान पर उतारना होगा। उनके लिए पहली चुनौती ग्रुप जीतना होगा, क्योंकि इससे वे सेमीफाइनल में दूसरे ग्रुप की फॉर्म में चल रही टीम से बच सकेंगे। इंग्लैंड उनका प्रतिद्वंद्वी है, जिसे हाल ही में व्हाइट-बॉल सीरीज में
भारत ने हराया है। दक्षिण अफ्रीका भी कुछ प्रमुख खिलाड़ियों के चोटिल होने के कारण कमजोर हो गया है, जबकि अफगानिस्तान अपने दिन किसी भी टीम को हराने की ताकत रखता है।
ऑस्ट्रेलिया की 15 खिलाड़ियों की सूची
स्टीव स्मिथ (कप्तान), सीन एबॉट, एलेक्स कैरी (विकेटकीपर), बेन ड्वार्शिस, नाथन एलिस, जेक फ्रेजर-मैकगर्क, आरोन हार्डी, ट्रैविस हेड, जोश इंगलिस (विकेटकीपर), स्पेन्सर जॉनसन, मार्नस लैबुशेन, ग्लेन मैक्सवेल, तनवीर संघा, मैथ्यू शॉर्ट और एडम जाम्पा।