भारतीय टीम का लॉर्ड्स टेस्ट में बुरा हाल
लेकिन लॉर्ड्स की चुनौतीपूर्ण पिच और इंग्लिश गेंदबाज़ों की सधी हुई लाइन लेंथ के सामने यह स्कोर भी पहाड़ जैसा लगने लगा है। तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक भारत ने मात्र 58 रन पर अपने चार विकेट गंवा दिए हैं। दिन का खेल समाप्त होने तक केएल राहुल 47 गेंदों में छह चौके की मदद से 33 रन बनाकर क्रीज पर डटे हैं। ऐसे में अब फैंस के मन में यह सवाल है कि क्या टीम इंडिया इस लक्ष्य को पा पाएगी। अगर लॉर्ड्स में भारतीय टीम के आंकड़ों पर नज़र डाली जाये तो ये बेहद डरावने हैं।
बेहद खराब हैं भारत के आंकड़े
इस मैदान पर कई बार भारतीय पारी कोलैप्स हुई है और मामूली स्कोर पर सिमट गई है। भारत ने 1932 में यहां पहला मैच खेला था। तब से लेकर अबतक टीम ने लॉर्ड्स में कुल 19 टेस्ट मैच खेले हैं। इसमें से 14 बार टीम 200 या उससे कम के स्कोर पर ऑलआउट हुई है। वहीं इनमें से तीन बार टीम 100 का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाई है।
2018 में दोनों पारियों में बुरा हाल
भारत पिछली बार 2018 में यहां दोनों पारियों में 200 रन के अंदर सिमट गया था। टीम ने पहली पारी में मात्र 107 रन और दूसरी पारी में 130 रन बनाए थे। इसके अलावा यहां खेले गए 19 टेस्ट मैचों में से भारत ने केवल 3 मुकाबलों में जीत हासिल की है। जबकि 12 मैचों में उसे हार का सामना करना पड़ा है। बाकी 4 मैच ड्रॉ रहे हैं।
लॉर्ड्स में भारत की जीत
लॉर्ड्स में भारत पहली जीत 1986 में हासिल की थी, जब कपिल देव की अगुवाई में भारत ने इंग्लैंड को 5 विकेट से हराया था। इसके बाद 2014 में अजिंक्य रहाणे के शानदार शतक की बदौलत महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी वाली भारतीय टीम ने इंग्लैंड को 95 रनों से हराया था। तीसरी जीत 2021 में आई, जब विराट कोहली की कप्तानी में भारत ने 151 रनों से जीत दर्ज़ की।