डॉ. पारदीवाला ने ही की थी पंत की सर्जरी
डॉ. पारदीवाला का कहना है कि इस तरह की गतिविधियां पंत के घुटनों और कमर पर अतिरिक्त दबाव डाल सकती हैं, जिससे उनके पहले से कमजोर जोड़ों को नुकसान पहुंच सकता है। बता दें डॉ. पारदीवाला वहीं डॉक्टर हैं, जिन्होंने दिसंबर 2022 में पंत के साथ हुए भयानक कार एक्सीडेंट के बाद उनकी सर्जरी की थी।
डॉक्टर ने क्या कहा
दिनशॉ पारदीवाला ने द टेलीग्राफ से कहा, ‘ऋषभ ने बचपन में जिम्नास्टिक सीखी है, इसके चलते वो फुर्तीले और लचीले हैं। ‘कलाबाजी’ एक परफेक्ट और अच्छी तरह से प्रैक्टिस की गई मूव है, लेकिन यह जरूरी नहीं है।’ डॉ. पारडीवाला ने यह भी कहा कि ऋषभ पंत बहुत भाग्यशाली थे कि वह उस कार एक्सीडेंट में जिंदा बच गए क्योंकि उस तरह के हादसे में मौत की आशंका काफी ज्यादा होती है।
समरसॉल्ट का जोखिम
समरसॉल्ट एक ऐसी गतिविधि है जिसमें शरीर हवा में उछलकर 360 डिग्री घूमता है और फिर जमीन पर लैंड करता है। यह न केवल शारीरिक रूप से चुनौतीपूर्ण है, बल्कि जोड़ों और मांसपेशियों पर भी भारी दबाव डालता है। खास तौर पर घुटनों और कमर जैसे संवेदनशील जोड़ों पर इसका असर पड़ता है। डॉ. पारदीवाला ने बताया कि अगर यह बार-बार किया जाए, तो पहले से चोटिल या कमजोर जोड़ों में दोबारा चोट लगने का खतरा बढ़ जाता है। एक गलत एंगल या खराब लैंडिंग से स्थिति और गंभीर हो सकती है, जिससे रिकवरी में लंबा समय लग सकता है।
2022 में हुआ था भयानक कार एक्सीडेंट
दिसंबर 2022 में हुए एक भयानक कार दुर्घटना में पंत को कई गंभीर चोटें आई थीं, जिसमें उनके घुटने, टखने और कलाई शामिल थे। इस हादसे के बाद उनकी सर्जरी और लंबी रिहैबिलिटेशन प्रक्रिया हुई, जिसमें डॉ. पारदीवाला ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस हादसे के बाद पंत करीब डेढ़ साल तक क्रिकेट के मैदान से दूर रहे थे।