मैकस्वीनी ने पहले कभी नहीं की ओपनिंग
नैथन मैकस्वीनी को कैसे भारत के खिलाफ तीन टेस्ट खेलने के बाद टीम से बाहर होना कितना परेशान कर रहा है। हालांकि वह एक बार फिर टेस्ट में वापसी करने का मजबूत इरादा रखते हैं। ऑस्ट्रेलिया ए और भारत ए के बीच हुए मुक़ाबले से पहले कभी भी मैकस्वीनी ने सलामी बल्लेबाज की भूमिका नहीं निभाई थी। इसके बावजूद उन्होंने भारत के खिलाफ तीन मैचों में भी ओपनिंग की, लेकिन अब उन्हें 19 वर्षीय सैम कोंस्टास के लिए टीम से बाहर कर दिया गया है।
चार बार बुमराह का शिकार बन मैकस्वीनी
बल्लेबाजी के लिए मुश्किल परिस्थितियों के बीच मैकस्वीनी ने इस सीरीज के तीन मैचों की छह पारियों में महज 72 रन बनाए। हालांकि चयनकर्ताओं को टॉप ऑर्डर से ज़्यादा उम्मीदें थीं। लिहाजा खामियाजा मैकस्वीनी को भुगतना पड़ा है। मैकस्वीनी ने पिछली छह पारियों में 10, 0, 39, 10*, 9 और 4 रन बनाए। इस दौरान वह चार जसप्रीत बुमराह का शिकार बने। मैकस्वीनी ने बयां किया अपना दर्द
चैनल 7 के साथ बातचीत में मैकस्वीनी ने अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि हां मैं बिल्कुल टूट सा गया हूं। पहले ऐसा लगा कि मेरा सपना सच हो गया, लेकिन फिर जैसा मैं चाहता था वैसा हो नहीं सका। क्या करिएगा ये सब खेल का एक हिस्सा ही है। मैं इसे स्वीकार करता हूं और एक बार फिर नेट्स में पसीना बहाऊंगा और उम्मीद करूंगा कि मुझे फिर अवसर मिलेगा।
मैकस्वीनी के साथ जो हुआ वह काफी मुश्किल- जॉर्ज बेली
मुख्य चयनकर्ता जॉर्ज बेली भी मानते हैं कि मैकस्वीनी के साथ जो हुआ वह काफी मुश्किल था। बेली ने कहा कि ये मैकस्वीनी के लिए आसान नहीं था, ख़ासतौर से तब जब सिर्फ़ तीन टेस्ट का सैंपल साइज काफ़ी छोटा था। ये कभी भी एक अच्छा फ़ोन कॉल नहीं हो सकता है, है ना? नैथन काफ़ी दुखी थे, लेकिन उनके लिए संदेश वही है जो सीरीज के पहले था, कि हमें उनकी काबिलियत पर भरोसा है और वह टेस्ट स्तर पर भी कामयाब होंगे।