राजस्थान ने की है कई गलतियां
पराग ने मैच के बाद कहा, “मुझे लगता है हमने कई चीजें सही कीं और कई गलतियां भी कीं। हम उन चीजों पर ध्यान देना चाहते हैं जो हमने सही की हैं। बहुत सारी गलतियां की गईं, उसमें कई छोटी-छोटी गलतियां भी शामिल था, हमें इस पर ध्यान देना होगा कि इन्हें दोबारा न दोहराएं, साथ ही हम अच्छी चीजों पर भी फोकस करें। हमारे कुछ मैच बहुत करीबी रहे हैं। उम्मीद है कि अगले तीन मैचों में जब हमें फिर से ऐसे ही मौके मिलें, जैसे पहले 10-11 मैचों में मिले थे, तो हम वहां बेहतर प्रदर्शन कर सकें।” भले ही आरआर ने पहले गेंदबाजी करते हुए 217 रन दे दिए थे, लेकिन निश्चित रूप से उनके पास जीतने का मौका था। पिछले कुछ मैचों में यशस्वी जायसवाल और 14 साल के वैभव सूर्यवंशी की शुरुआती साझेदारियां (166, 52 और 85 रन) काफी अच्छी थीं। लेकिन इस बार वैसा नहीं हो सका। दीपक चाहर ने सूर्यवंशी को पहली दो गेंदों में ही आउट कर दिया। इसके बाद ट्रेंट बोल्ट और जसप्रीत बुमराह ने कहर ढाया और पावरप्ले के अंत तक आरआर का स्कोर 5 विकेट पर 62 रन था। पराग ने खुद और मिडिल ऑर्डर की जिम्मेदारी लेते हुए माना कि वे इस चुनौती को पार नहीं कर पाए।
अपनी गलती मानने से नहीं कतराए पराग
पराग ने कहा, “हम अच्छी शुरुआत कर रहे हैं, लेकिन मिडिल ऑर्डर, खासकर मेरी और ध्रुव जुरेल की जिम्मेदारी बनती है कि जब पावरप्ले में विकेट गिरें तो हम पारी को संभालें। हम ऐसा नहीं कर पाए। लेकिन अगर अगली बार फिर ऐसी स्थिति आई, तो हमें उस चुनौती के लिए तैयार रहना होगा।” आईपीएल में ऐसे बहुत कम कप्तानों को देखा गया है जो अपनी खराब गेंदबाजी या बल्लेबाजी के लिए खुद को दोषी मानते हैं, हालांकि रियान ने बिना किसी परवाह के अपनी गलती मानी, जो दर्शाता है कि वह आने वाले समय में सीखकर और बेहतर बनेंगे।