बिना बिके IPL से कमाए 38 करोड़
हालांकि कुछ ऐसे भी किस्से रहे हैं, जिसे आज भी बहुत कम क्रिकेट फैंस जानते होंगे। इस लीग में खेलने वाले खिलाड़ी की ऑक्शन प्राइज हमेशा चर्चा की विषय बनी रही है। हालांकि एक ऐसा क्रिकेटर भी इस लीग में खेल चुका है, जिसपर कभी बोली नहीं लगी लेकिन उसने फ्रेंचाइजी ने 38 करोड़ से अधिक रुपए कमा लिए। वह क्रिकेटर कोई और नहीं बल्कि क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर हैं।
ललित मोदी का था आईडिया
दरअसल जब 2008 में आईपीएल के आगाज से पहले ऑक्शन होना था, तो सभी के मन में ये सवाल था कि भारत के महान खिलाड़ियों पर बोली कैसे लगाई जा सकती है। सभी अधिकारियों के मन में इस बात को लेकर उथल-पुथल चल रही थी। तब तत्कालीन आईपीएल कमिश्नर ललित मोदी इस समस्या का समाधान ढूंढ निकाला। उन्होंने एक सुझाव दिया कि सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग और सौरव गांगुली समेत कई दिग्गज खिलाड़ियों को ऑक्शन में भेजा ही ना जाए। यह आईडिया बीसीसीआई अधिकारियों को काफी पसंद आई और बिना किसी देरी के मंजूरी मिल गई। इसके बाद सचिन तेंदुलकर सहित चार खिलाड़ियों को मार्की प्लेयर बनाया गया। इन खिलाड़ियों को कुछ फ्रेंचाइजी ने सीधा अपनी टीम में शामिल कर लिया। जिसमें
सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली, वीरेंद्र सहवाग, राहुल द्रविड़ और युवराज सिंह शामिल थे। सचिन को मुंबई इंडियंस, सौरव गांगुली को कोलकाता नाइट राइडर्स, सहवाग को दिल्ली डेयरडेविल्स (अब दिल्ली कैपिटल्स), राहुल द्रविड़ को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु और युवराज सिंह को किंग्स इलेवन पंजाब अपनी अपनी टीम के साथ जोड़ा।
2013 में सचिन के खेला आखिरी IPL
मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने 2008 से लेकर 2013 तक मुंबई इंडियंस के लिए ही आईपीएल खेला। उन्होंने पहले तीन सीजन (2008, 2009 और 2010) तक हर सीजन के लिए लगभग साढ़े 4 करोड़ रुपए मुंबई इंडियंस की ओर से दिए गए। इसके अगले 3 सीजन में उनकी प्राइज मनी बढ़ाकर लगभग सवा 8 करोड़ कर दी गई। इस तरह सचिन ने 38 करोड़ से ज्यादा रुपए बिना ऑक्शन में गए कमा लिए। सचिन तेंदुलकर ने साल 2013 में आईपीएल से संन्यास ले लिया। उन्होंने मुंबई इंडियंस से कुल 38 करोड़, 29 लाख 50 हजार रुपए कमाए।