जब परिजनों ने देखा, तो चारों का मुंह से झाग निकल रहा था और पास में शराब और बीयर की बोतलें पड़ी हुई थीं। परिजनों ने तुरंत उन्हें निजी वाहन से सिविल अस्पताल लाया, जहां डॉक्टरों ने विनोद कुमार, खुशबू और महक को मृत घोषित कर दिया, जबकि खुशी को जिला अस्पताल रेफर किया गया। जिला अस्पताल पहुंचते ही खुशी की भी मौत हो गई।
मृतक के ससुर पल्लू अहिरवार ने बताया कि विनोद कुमार पिछले कुछ दिनों से शराब का सेवन कर रहा था, और उसे मना करने पर विवाद करता था। घटना की जानकारी मिलने पर एसडीओपी प्रशांत सुमन और तहसीलदार प्रवीण त्रिपाठी सिविल अस्पताल पहुंचे और घटना की जांच की। डॉक्टरों ने बताया कि चारों को अस्पताल लाया गया था, जहां दो बच्चों की मौत हो गई, जबकि एक को दमोह रेफर किया गया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
पत्नी ने कहा, शराब पीते थे, झगड़े करते थे, पर आज कुछ नहीं हुआ था मृतक की पत्नी जूली अहिरवाल ने बताया कि वह हरियाणा के बिमानी जिले की रहने वाली है और भाई की शादी के सिलसिले में 11 अप्रैल को मायके मुहरई आई थी। पति विनोद 25 अप्रैल को गांव पहुंचे थे। 5 मई को बारात वाले दिन शराब पीकर झगड़ा किया था, इसलिए उन्हें बारात में नहीं जाने दिया। बाद में भी दो-तीन दिन तक शराब पीते रहे। हालांकि परिवार के समझाने पर वह शांत हो गए थे। घटना की सुबह रोज की तरह बच्चों को समोसा खिलाने के बहाने बाजार ले गए थे, लेकिन कुछ देर बाद पड़ोसी अकेला बाइक लेकर लौटा और बताया कि वे सभी तालाब पर हैं। जब परिवार के लोग तालाब पर पहुंचे, तो चारों तड़पते मिले।