scriptजिले के 413 तालाबों में से कई पर है अतिक्रमण, सत्यापन कर रहा अमला | Patrika News
दमोह

जिले के 413 तालाबों में से कई पर है अतिक्रमण, सत्यापन कर रहा अमला

सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर राजस्व विभाग ने बचे हुए तालाबों की ली सुध दमोह. जिले में सरकारी तालाबों में से कई अतिक्रमण की भेंट चढ़ चुके हैं। यह नजूल के नक्शे से गायब हैं। यह स्थिति पूरे प्रदेश में है। यही वजह है कि सुप्रीम कोर्ट ने इसे गंभीरता से लिया है और राज्य […]

दमोहMar 04, 2025 / 01:09 am

हामिद खान

जिले के 413 तालाबों में से कई पर है अतिक्रमण, सत्यापन कर रहा अमला

जिले के 413 तालाबों में से कई पर है अतिक्रमण, सत्यापन कर रहा अमला

सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर राजस्व विभाग ने बचे हुए तालाबों की ली सुध

दमोह. जिले में सरकारी तालाबों में से कई अतिक्रमण की भेंट चढ़ चुके हैं। यह नजूल के नक्शे से गायब हैं। यह स्थिति पूरे प्रदेश में है। यही वजह है कि सुप्रीम कोर्ट ने इसे गंभीरता से लिया है और राज्य सरकार से इस संबंध में रिपोर्ट मांगी है। बताया जाता है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद राज्य सरकार ने सभी जिलों को आदेशित किया है कि जितने भी तालाब बचे हैं। उनका सत्यापन कराया जाए ताकि भविष्य में उनमें किसी भी प्रकार का अतिक्रमण न हो पाए। इसी संबंध में जिला स्तर पर राजस्व अमला तालाबों की गिनती में जुटा हुआ है। इसकी इमेज भी एप के जरिए भेजी जा रही है, जो सैटेलाइट में फीड की जा रही है। जिले में 413 तालाबों की सूची प्राप्त हुई थी। इनमें से 28 तालाब दमोह शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में हैं। मार्च महीने में इन सभी तालाबों का सत्यापन करके इनकी इमेज पटवारियों ने एप के माध्यम से दे दी है।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के संबंध में राजस्व अधिकारियों को पूरी जानकारी नहीं है। हालांकि उनका कहना है कि इस आदेश के अनुसार जिन तालाबों की जानकारी ऐप के माध्यम से दी गई है। उनका अब कोई दूसरा उपयोग नहीं किया जाएगा। उन्हें संरक्षित करने की दिशा में प्रयास किए जाएंगे। अतिक्रमण होने की स्थिति में संबंधित तालाबों की जो फोटो सेटेलाइट पर भेजी गई है। उससे मिलाना होगा। इससे तालाब की जमीन खुर्दबुर्द नहीं हो पाएगी।
प्रवासी पक्षियों की पसंद है यह तालाब

बताया जाता है कि पर्यावरण की दृ​ष्टि से तालाबों का संरक्षण जरूरी है। कई प्रवासी पक्षी भी यहां पर आकर अपना डेरा डाल लेते हैं। तालाब संरक्षित न होन से प्रवासी पक्षियों की संख्या कम हो रही है। जिसे चिंता का विषय माना गया है।
कैदो की तलैया का नहीं होगा कोई दूसरा उपयोग

कैदो की तलैया के पानी का कोई उपयोग नहीं हो रहा है। दशकों से यह तलैया साफ नहीं कराई गई है। इसे पूरकर इस पर दीगर काम कराए जाने की बात भी चर्चाओं में थी। हालांकि यह भी संरक्षित क्षेत्र में शामिल है। लिहाजा इसका जीर्णोद्धार होगा।
हमने शासन को तालाबों के संबंध में सत्यापन संबंधी जानकारी भेज दी है। जिले के सभी तालाबों का ऐप के माध्यम से जीडी कराई है।

सुरेखा यादव, एसएलआर

Hindi News / Damoh / जिले के 413 तालाबों में से कई पर है अतिक्रमण, सत्यापन कर रहा अमला

ट्रेंडिंग वीडियो