स्वच्छता सर्वेक्षण के पहले इस समय नगरपालिका ने शहर में तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसके लिए टें्रचिंग ग्राउंड पर वेस्ट मटेरियल से लोहा, कांच, प्लास्टिक सहित अन्य सामान को अलग-अलग कर भरे जाने वाले कंटेनरों पर भी पेंटिंग कराकर आकर्षक रूप दिया गया है। वहीं इनके बोर्ड भी अलग-अलग लगवा दिए हैं। इसी के साथ खाद बनाने वाले पिटों में भी फिर से सफाईकराकर आसपास पेंटिंग कराई है। वहीं कचरे के ढ़ेरों को खत्म कराया करने का काम भी किया जा रहा है। इधर, शहर में दीवारों की पेंटिंग कराई जा रही हैं।
सफाई न होने से नालों मार रहे बदबू
स्वच्छता सर्वेक्षण की तैयारियों के बीच पत्रिका ने जब सिविल वार्ड 5, 6, 4 और 7 का जायजा लिया तो यहां जहां-तहां गदंगी के ढेर देखने मिले। सड़कें धूल से अटी थीं। क्षेत्र में पार्कों के हालात खराब मिले। इसके अलावा सबसे खराब स्थिति नाला, नालियों की मिली। किल्लाई नाका से स्टेडियम तक मेन रोड से निकली नाली से बदबू आ रही हैं, जिससे यहां खड़ा होना भी मुश्किल है।दिन के अलावा अब रात में भी सफाई
पिछले वर्ष शहर स्वच्छता सर्वेक्षण में देश में टॉप 100 में स्थान में आया था। इस बार नपा का लक्ष्य टॉप 50 में लाने और थ्री स्टार रेलिंग दिलाने का है। इसके लिए बीते एक सप्ताह में मुख्य मार्गों की लोकेशन पर विशेष फोकस किया जा रहा है। सफाई व्यवस्था का प्लान भी प्लान बदला है। पहले जहां सुबह के समय ही सफाई होती थी, लेकिन अब सड़कों पर रात में भी ब्रूमर से सफाई कराई जा रही है। साथ ही लोगों को जागरुक किया जा रहा है। साथ ही जगह-जगह पेंटिंग भी कराई जा रही है।स्वच्छता के लिए अभियान चल रहा है। हमारी टीम लगातार काम कर रही है। जिन नाली, नाला की सफाई नहीं हुई है, उन्हें कराने का काम किया जा रहा है। प्रदीप शर्मा, सीएमओ नगरपालिका दमोह