एसपी से आदिवासियों ने लगायी गुहार
उन्नाव की विद्या आदिवासी ने नवागत पुलिस अधीक्षक सूरज वर्मा के सामने बुधवार को रोते हुए कहा कि उसके भाई बालकिशन का 28 मई को सड़क दुर्घटना में बस की टक्कर घायल हो गया था। बस का नंबर देने के बाद भी थाना प्रभारी ने आज तक मामला दर्ज नहीं किया है। उधर बस संचालक उन्हें धमकी दे रहा है। साथ ही इलाज न कराने की बात कर रहा है।
एसपी ने जांच का दिया आश्वासन
पुलिस अधीक्षक ने इस मामले की जांच कराने की बात कही है। वहीं दूसरी ओ परासरी गांव के बबलू आदिवासी ने भी पुलिस अधीक्षक के सामने थाना प्रभारी भास्कर शर्मा पर एफआईआर दर्ज न करने का आरोप लगाया है। उनका कहना था कि वह मोटर साइकिल से दतिया बालकिशन के साथ मजदूरी करने जा रहे थे। तभी एमपी 07 सीजी 5200 ने टक्कर मार दी। इस घटना में वह गंभीर रूप से घायल हुए थे। वह छह दिनों से थाने का चक्कर लगा रहे है, उसके बाद भी मामला दर्ज नहीं हुआ है। थाना प्रभारी ने दी सफाई, कहा- मेरे खिलाफ षणयंत्र
थाना प्रभारी भास्कर शर्मा ने कहा कि उनके खिलाफ आज जो शिकायती आवेदन दिया गया है, वह षणयंत्र पूर्वक दिया गया है। कमलेश आदिवासी का एक वीडियो वायरल पिछले दिनों हुआ था। उसमें वह कुछ डांसरों के साथ लाइसेंसी बंदूक के साथ कर रहे थे। उनकी बंदूक महिला डांसर के पास वीडियों में दिख रही थी। उसके बाद उनके खिलाफ प्रकरण दर्ज हुआ था। यह शराब का अवैध विक्रय का काम भी करते थे, जो मैंने चलने नहीं दिया था। वही राजीव पटेल के आरोप भी निराधार है। इनके बारे में जुआ खिलवाने की शिकायते पूर्व में आई है।
‘300 रुपए देते है तो फट्टे मारो’
कमलेश आदिवासी ने पुलिस अधीक्षक के सामने कहा कि उन्नाव थाना प्रभारी बेकसूरों पर कार्रवाई करते है। इस दौरान छोटे नेता फोन करके कहते हैं कि अगर पकड़ा हुआ व्यक्ति 300 रुपए देता है, तो उसमें फट्टे मारो। 500 रुपए देने के बाद ही उसे छोड़ दो।