मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि पूर्ववर्ती गहलोत सरकार में दुर्भाग्यपूर्ण है कि तैयारी करने वाले बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया गया। पेपर, परीक्षा, पानी सब लीक हो गया था। हालांकि मैं पूर्व सीएम गहलोत की ईमानदारी पर किसी प्रकार का प्रश्नचिह्न नहीं लगाना चाहता हूं।
सांसद के चक्कर में देना पड़ा इस्तीफा
उन्होंने मंत्री पद से इस्तीफे को लेकर कहा कि सांसद मुरारीलाल मीणा के चक्कर में मुझे इस्तीफा देना पड़ा। अगले ने इस्तीफा भी दिलवा दिया और 9 महीने का वनवास भी करा दिया। 9 महीने तक तो मैं यूं ही घूमता रहा, उसे चाहे अवकाश ही मान लो। लेकिन अब मैं भरोसा देना चाहता हूं कि किसानों की योजनाओं में किसी प्रकार का लीकेज नहीं होगा और किसानों को फायदा मिलेगा। किरोड़ी लाल मीणा ने आगे कहा कि सांसद मुरारीलाल के कहने पर उनके भांजे की बहू को मलारना डूंगर लगवाया। फिर सांसद ने लालसोट विधायक को कहकर भांजे की बहू को लालसोट क्षेत्र में लगवा लिया। लेकिन पिछले शासन में भारी भेदभाव करने वाले अधिकारियों को तो नहीं छोड़ा जाएगा।
जाति की बात नहीं करता- किरोड़ी लाल
उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान लोगों ने भ्रम फैलाया कि किरोड़ी और मुरारीलाल मीणा तो एक हैं, जबकि सब नेता अपनी पार्टी के लिए काम करते हैं। मैं कभी जाति की बात नहीं करता, क्योंकि मैं संघ की शाखा में खेला-कूदा हूं, जहां कभी जाति की बात ही नहीं होती।